दो टूक, गोण्डा-- जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के करुवापारा गांव में तेंदुए की दहसत से परेशान ग्रामीणों ने शुक्रवार को सामूहिक रूप से प्रदर्शन किया। सभी ने वनकर्मियों की कार्यशाली पर नाराजगी जताते हुए आलाधिकारियों से गांव में मौजूद तेंदुए जैसा दिखने वाले हिंसक जानवर को पकड़वाकर जंगल में छुड़वाये जाने की मांग की है। प्रदर्शन में शामिल गांव के सुनील दूबे, राम प्रसाद दुबे, सतीश दूबे, अवधेश पांडेय, निरंकार दुबे, सचिन दुबे, पप्पू, वकील, हर्षित, बालकराम, राजेश ओझा समेत अन्य लोगों ने बताया कि करीब 15 दिन पूर्व गांव निवासी मंशाराम नाई पर फसल की रखवाली के दौरान तेंदुए ने हमलाकर उन्हें घायल कर दिया था। यह तेंदुआ तभी से गांव में मौजूद है और आए दिन गांव के लोगों को अलग- अलग स्थानो पर नजर आता है। पिछले दो सप्ताह के अंदर एक कुत्ता और एक नीलगाय को हमलाकर वह जख्मी भी कर चुका है। गांव के लोग तेंदुए की आमद से बेहद भयभीत है। खेती किसानी के लिए लोगों को समूह मे लाठी डंडे के साथ जान जोखिम मे डालकर घर से बाहर निकलना पड़ता है। खेतों में काम करते वक्त किसानो को हमेशा तेंदुए का भय सताता रहता है। आतंकी जानवर का एक विडिओ भी सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है जो यहाँ चर्चा का विषय बना है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार वनकर्मी कुछ देर के लिए गाँव मे आते हैं और इधर उधर घूमकर वापस चले जाते हैं और तेंदुए को पकड़ने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठा रहे है।
"अधिकारी के बोल"
इस बावत जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा की आवश्यक कार्रवाई हेतु डीएफओ को निर्देशित किया गया है। वही वन दरोगा सुभाष यादव ने कहा की तेंदुवा के पगचिन्ह अभी तक नहीं मिले है, पगचिन्ह मिलने के बाद ही जानवर की पुष्टि होगी, फिलहाल कमिंग की जा रही है।। गोण्डा से प्रदीप पांडेय की रिपोर्ट।।