लखनऊ :
मनरेगा मजदूरों का भी न्यूनतम वेतन होगा चार सौ रुपये प्रतिदिन: अजय राय।
दो टूक: कांग्रेस की पांच न्याय में से एक न्याय ‘‘श्रमिक न्याय’’ की पांच गारंटियों की घोषणा राहुल गांधी ने करते हुए कहा कि मजबूत मजदूर ही देश की ताकत बनेगा। आर्थिक रूप से सक्षम और सामाजिक सुरक्षा प्राप्त श्रमिक, उत्पादन में क्रांति और आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाएंगे।
विस्तार:
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर श्रमिकों के जीवन से जोखिम और असुरक्षा खत्म कर उन्हें सुरक्षित भविष्य देने के लिए कांग्रेस पांच गारंटियों को लागू करायेगी।
1. स्वास्थ्य का अधिकार कानून बनाकर सभी श्रमिकों को निःशुल्क जांच, दवा, और इलाज मुहैया कराया जायेगा।
2. श्रमिकों को एक सम्मानजनक जीवन दिलाने के लिए उनका राष्ट्रीय न्यूनतम वेतन रूपया 400 प्रतिदिन किया जायेगा। जिसमें मनरेगा मजदूरों को भी शामिल किया जायेगा।
3. शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर और जलवायु परिवर्तन पर केन्द्रित रोज़गार के नए अवसरों का सृजन किया जायेगा।
4. असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों के लिए जीवन और दुर्घटना बीमा सहित अन्य सामाजिक सुरक्षा के उपाय किये जायेंगे।
5. कांग्रेस सरकार आने पर मोदी सरकार के श्रमिक विरोधी कानूनों की समीक्षा की जायेगी, महत्वपूर्ण सरकारी कार्यों में ठेका प्रथा को समाप्त किया जायेगा।
श्री राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा श्रमिक हितैषी रही है और आजादी के बाद तमाम ऐसे कानून लाई है जैसे न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, औद्योगिक विवाद अधिनियम, मनरेगा, जिनके माध्यम से श्रमिकों का जीवन बेहतर हुआ था। परन्तु आज भाजपा की डबल इंजन की सरकार में श्रमिकों की स्थिति बद से बदतर हुई है। सामाजिक सुरक्षा के उपाय तो छोडिए उनके रोजगार के भी लाले पड़ गये हैं। उत्तर प्रदेश की तो स्थिति यह है कि 16 नवम्बर 2023 से मनरेगा मजदूरों का भुगतान उनके खातों में नहीं गया है। पांच महीनों से 1.5 करोड़ मनरेगा मजदूरों और परिवारों के लिए भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है और इस संवेदनहीन सरकार पर कोई असर नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी श्रमिकों को इस देश की रीढ़ मानती है और सरकार आने पर हम अपनी श्रमिक न्याय की इन गारंटियों से उन्हें एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन देने का काम करेंगे।