लखनऊ:
घायल बेसहारा का इलाज कर डॉ०अतुल ने पेश की इन्सानियत।।
दो टूक : बेसहारों का कौन बनेगा सहारा---लखनऊ के आवास विकास परिषद की आफिस वृन्दावन योजना सेक्टर 9 के सामने पेड़ के नीचे रहने वाले मांसिक विक्षिप्त एक अधेड़ को बेकाबू कार ने टक्कर मार कर घायल कर दिया था। घायल होकर वह सड़क पर तपड़ रहा था इसी दौरान मौके पर पहुचे समाज सेवी युवकों ने डाक्टर अतुल को सूचना दी। और डाक्टर अतुल ने मानवता दिखाते हुए घायल बेसहारा अधेड़ का इलाज करना शुरु कर दिया। छोटी होली के पर्व पर रविवार को दो टूक मीडिया परिवार के डी एस शास्त्री के सहयोग उसके पैर का पक्का प्लास्टर डा०अतुल ने किया। युवा समाज सेवियों ने उसे दवा और अन्य जरूरत की समान उपलब्ध कराई।
■ विस्तार:
बताते चले कि-लखनऊ के वृन्दावन योजना सेक्टर 9 आवास विकास परिषद की आफिस के सामने पेड़ के नीचे रहने वाले लगभग 45 वर्षीय एक बेसहारा मांसिक अधेड़ को 21 फरवरी देर शाम एक अज्ञात कार ने टक्कर मारकर घायल कर फरार हो गया। वह सड़क पर जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहा था इसी दौरान चिरैया बाग के जानी यादव,धर्मेद,अतुल पहुच गए और घायल को सड़क से किनारे कर पुलिस को सूचना दी मौके पर पहुची पुलिस ने घायल को एपेक्स ट्रामा ले गई, जहाँ भर्ती करने मनाकर दिया। वरिष्ठ डाक्टरों के हस्तक्षेप से भर्ती कर लिया। लेकिन लावारिस होने के नाते उसे केजीएमयू ट्रामा सेंण्टर रेफर कर दिया। पुलिस ने सूचना देने वाले अतुल को फिर बुलाया और मेडिकल कालेज लेकर जाने को कहा । तीनो युवा समाज सेवी उसे मेडिकल कालेज ले गए भर्ती कराया। दरअसल घायल मांसिक विक्षिप्त और लवारिस था लिहाजा उसे दूसरे दिन बिना इलाज के छोड़ दिया। जानकारी होने पर युवा समाज सेवक मेडिकल कालेज पहुचे और उसे लेकर आवास विकास आफिस के सामने छोड़ दिया। इसी दौरान दो टूक मीडिया के पत्रकार डी एस शास्त्री, पहुचे पूरी जानकारी होने पर तमाम एनजीओ से बात की लेकिन कोई बेसहारा का सहारा बनने के लिए तैयार नही हुआ। इसके बाद सभी ने स्थानीय
जीवन हॉस्पिटल न्यूरो ट्रामा सेंटर के डॉक्टर का नाम डी के मौर्य से बात किया उन्होंने डाक्टर , अतुल कुमार को भेजा और इन्होंने इलाज करना शुरु कर दिया।
एक महीने बाद आज रविवार दोपहर डाक्टर अतुल कुमार यादव ने बेसहारा मांसिक विक्षिप्त का कच्चा प्लास्टर काटकर पक्का प्लास्टर लगाया। वहीं समाज सेवक जानी यादव,अतुल,धर्मेंद्र ने दो टूक मीडिया के डी एस शास्त्री दवा और अन्य समान मुहैया कराया।
■ लेकिन आज तक पीजीआई ने उक्त कार का पता लगाना जरुरी समझा क्योंकि घायल लावरिस मांसिक विक्षिप्त है सरकार द्वारा करोडों की चलाई जा रही बेसहारो के लिए तमाम योजनाओं का क्या मतलब जब जिम्मेदार सिर्फ अपनो के जिम्मेदार हो।
■ सामज सेवियों ने सेवा कर मानवता की पेश की मिशाल।।