शुक्रवार, 12 अप्रैल 2024

अम्बेडकरनगर:अवैध ढंग से संचालित वाहनों पर कार्रवाई की सुध नहीं।||Ambedkar Nagar:No action taken against vehicles being operated illegally.||

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अम्बेडकरनगर:
अवैध ढंग से संचालित वाहनों पर कार्रवाई की सुध नहीं।
ए के चतुर्वेदी।
दो टूक: अंबेडकरनगर मे अनधिकृत रूप से संचालित टैक्सी वाहनों का सर्वे तो हुआ लेकिन इनपर कार्रवाई की सुध परिवहन विभाग ने अब तक नहीं ली। नतीजा यह रहा कि 269 से अधिक छोटे-बड़े वाहन धड़ल्ले से सड़क पर फर्राटा भर रहे हैं। इससे परिवहन निगम को प्रतिदिन औसतन डेढ़ लाख रुपये की चपत लग रही है।जिले में अनधिकृत रूप से संचालित बसों व अन्य वाहनों का सर्वे कर उनपर कार्रवाई करने के निर्देश का पालन करने को लेकर,एआरटीओ कार्यालय पूरी तरह से मौन साधे हुए। क्षेत्रीय प्रबंधक अयोध्या के निर्देश पर गत 29 व 30 जनवरी को एक टीम ने सर्वे किया था। इसमें 269 से अधिक ऐसे वाहन मिले जो पूरी तरह से अनधिकृत थे।एआरएम कार्यालय ने ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए एआरटीओ कार्यालय को सूची उपलब्ध कराई। इसमें 60 से अधिक बसें व 100 मिनी बसों के अलावा अन्य में मैजिक, ऑटो शामिल थे। वाहनों की सूची उपलब्ध कराए हुए लगभग ढाई माह पूरे होने को है, लेकिन ऐसे वाहनों पर अब तक एआरटीओ कार्यालय किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर सका है। ऐसे वाहनों के संचालन पर अंकुश लगाने को लेकर कोई बड़ा अभियान भी इस दौरान नहीं चला सका है।रोडवेज बस के सामने ही बैठा रहे यात्री,निजी बस संचालकों व चालकों की मनमानी का आलम यह कि रोडवेज बसों के आगे से ही यात्रियों को अपने बस पर बैठा लेते हैं। टांडा व अकबरपुर बस स्टशेन के निकट इस तरह का नजारा देखा जा सकता है। सबसे अधिक चपत दिल्ली जाने वालीं निजी बसें लगा रहीं हैं। नाम न छापने की शर्त पर परिवहन निगम की बस के एक परिचालक ने कहा कि यदि एआरटीओ कार्यालय तनिक भी सक्रिय होता तो शाम पांच बजे के बाद नेवतरिया चौराहे से आजमगढ़ की तरफ से आने वालीं ऐसी बसें गौहन्ना चौराहे पर आधा घंटा रुककर दिल्ली जाने वालीं सवारियों को न बिठा पातीं।अनधिकृत रूप से संचालित 269 छोटे बड़े वाहनों की सूची एआरटीओ कार्यालय को उपलब्ध कराई गई थी। अब तक ऐसे वाहनों पर किसी भी प्रकार की प्रभावी कार्रवाई एआरटीओ कार्यालय द्वारा नहीं की गई।