गुरुवार, 11 अप्रैल 2024

गौतमबुद्ध नगर लोकसभा : इंडिया गठबंधन संयुक्त उम्मीदवार को किसानों का मिला साथ, नोएडा में किए ताबड़तोड़ दौरे !!

शेयर करें:
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा : इंडिया गठबंधन संयुक्त उम्मीदवार को किसानों का मिला साथ, नोएडा में किए ताबड़तोड़ दौरे !!
दो टूक :
नोएडा  : गौतमबुद्ध नगर लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी, बसपा और इंडिया गठबंधन संयुक्त के उम्मीदवार लगातार जनता के साथ जनसंपर्क कर रहे हैं। बुधवार को गठबंधन सपा प्रत्याशी डॉ.महेंद्र नागर ने नोएडा विधानसभा के होशियारपुर, सर्फाबाद, सोरखा, पर्थला, गढ़ी चौखंडी, बेहलोलपुर, छजारसी, वाजिदपुर, नवादा, बसई और हाजीपुर गांव में जनसंपर्क किया। गठबंधन से सपा प्रत्याशी को गांव में किसानों ने समर्थन देने का भरोसा दिया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार देव गुर्जर ने भी गठबंधन के प्रत्याशी  महेंद्र नागर का पगड़ी बांधकर व फूल माला पहनकर स्वागत किया, हाजीपुर गांव में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिनेश अवाना के यहां क्षेत्र से आए सम्मानित लोगों व गठबंधन के नेताओं ने महेंद्र नागर का ढोल नगाड़ो व फूलों से जोरदार स्वागत किया गया ।।
विस्तार :
समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन संयुक्त उम्मीदवार डॉ.महेंद्र नागर कहा कि सपा किसानों के साथ खड़ी है। चाहे किसानों का बढ़ा हुआ मुआवजा हो या स्थानीय लोगों का रोजगार, 10 प्रतिशत प्लाट और आबादी की समस्या के पूर्ण निस्तारण की मांग का सपा हमेशा समर्थन करती रही है। किसानों की नाराजगी और असंतुष्टि गौतमबुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र में एक प्रमुख मुद्दा है। इस मुद्दे की जटिलता का कारण विभिन्न समय सीमा में तीन प्राधिकरण द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जाना है।
उम्मीदवार डॉ.महेंद्र नागर कहा कि नोएडा प्राधिकरण ने वर्ष 1976 के आसपास भूमि अधिग्रहण किया था। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने वर्ष 1997-98 के आसपास और यमुना प्राधिकरण ने वर्ष 2010 में भूमि अधिग्रहण किया था। तीनों प्राधिकरणों द्वारा किसानों को दिया गया मुआवजा अलग-अलग था और इसलिए विभिन्न किसान संगठनों की शिकायतें भी अलग-अलग हैं। देश में गठबंधन की सरकार बनने पर इस समस्या का हल तुरंत निकाला जाए।

डॉ. महेंद्र नागर कहा कि नोएडा प्राधिकरण की ओर से गांव में सौतेला व्यवहार किया जाता है। गांव की सड़के टूटी फूटी हैं। लोग कच्चे रास्तों पर चलने को मजबूर है। जबकि सेक्टर की सड़कों को अधिकारी भ्रष्टाचार के लिए नई बनी सड़क को भी उखड़कर फिर से बनाने में लग जाते है। गांव में बिजली, पानी, सीवर लाइन और जल निकासी की सुविधा नहीं होने पर लोगों को परेशानी होती है। गांव में प्राधिकरण की ओर से विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया है। गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है !!