दो टूक, गोण्डा- क्षेत्र की जनता को उम्मीद थी की लोकसभा चुनाव 2024 से पूर्व इटियाथोक मे इंटरसिटी ट्रेन का ठहराव होने लगेगा, किन्तु ऐसा नहीं हो पाया। लम्बी लिखा पढ़ी और लोगो के अथक प्रयास के बावजूद भी इस ट्रेन का लाभ क्षेत्रवासियो को अभी तक नहीं मिलना शुरू हो पाया। सभी को उम्मीद थी की उनकी यह मांग लोकसभा चुनाव से पूर्व पूरी हो जायेगी और लोगो का आवागमन सुलभ होगा जो नहीं हुआ। यह मांग नहीं पूर्ण होने से अब क्षेत्र के लोगो मे भारी आक्रोश व्याप्त है। सांस्कृतिक, आर्थिक व व्यवसायिक के साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से इटियाथोक अति महत्वपूर्ण स्थान है। सांस्कृतिक विरासत में एशिया का सबसे वृहद शिवलिंग पृथ्वीनाथ मंदिर, झालीधाम, पूर्व सांसद नाना जी देशमुख की कर्मस्थली पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध संस्थान जय प्रभाग्राम पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। गोरखपुर-लखनऊ वाया बढ़नी रेल रुटमार्ग पर स्थित इटियाथोक रेलवे स्टेशन से सैकड़ों अधिवक्ताओं, व्यापारियों के साथ छात्र छात्राओं, कर्मचारियों का आगमन होता है। इटियाथोक मे इंटरसिटी ट्रेन के ठहराव से सभी को इसका लाभ मिलता जो नहीं हो पाया। क्षेत्र के लोगो की समस्या को देखकर इटियाथोक के युवा समाजसेवी दिनेश शुक्ला ने दिसंबर 2023 मे इंटरसिटी ट्रेन के यहाँ पर ठहराव को लेकर पीएम, रेलमंत्री, मण्डलीय रेल प्रबंधक, गोण्डा सांसद, क्षेत्रीय विधायक आदि को पत्र भेजा किन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई।
"रेलवे सलाहकार समिति सदस्य समेत अन्य ने दिया पत्र"--
कुछ माह पूर्व इटियाथोक भाजपा मंडल अध्यक्ष एवं रेलवे सलाहकार समिति सदस्य सत्यव्रत ओझा के नेतृत्व में अनेक कार्यकर्ताओं ने गोंडा सांसद कीर्तवर्धन सिंह से मिलकर एक ज्ञापन देकर इटियाथोक में इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव जल्द से जल्द कराए जाने की मांग की थी। समस्या के जल्द समाधान का उस वक्त आश्वाशन भी मिला था। यही नहीं बल्कि बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष व महामंत्री के नेतृत्व में इटियाथोक मे इंटरसिटी के ठहराव हेतु पीएम को सम्बोधित ज्ञापन डीएम के माध्यम से सिटी मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर को सौपा था। इटियाथोक पंचायत के पूर्व प्रधान व समाजसेवी राजेश दूबे व वर्तमान प्रधान ने गोण्डा सांसद समेत रेल विभाग को इस बावत पत्र भेजा था। दीनदयाल शोध संस्थान जयप्रभा ग्राम के डायरेक्टर रामकृष्ण तिवारी, छात्र संघ के अध्यक्ष उमेश शुक्ला, राष्ट्रीय छात्र पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवम पांडेय, मेडिकल एसोसिएशन इटियाथोक, सर्राफा एसोसिएशन इटियाथोक, व्यापार मंडल इटियाथोक व क्षेत्र के दर्जनों इंटर कॉलेज के प्रबंध तंत्र ने इस बावत जिम्मेदारो को पत्र लिखा लेकिन परिणाम शून्य रहा।
"क्या बोल रहे दिनेश शुक्ला"--
समाजसेवी दिनेश शुक्ला ने कहा की कुछ माह पूर्व दिए गए पत्र में कहा गया कि क्षेत्र में आवागमन के लिए पर्याप्त साधन उपलब्ध नहीं है। गोरखपुर गोंडा लूप लाइन का आमान परिवर्तन होने पर क्षेत्र के लोगों मे ख़ुशी हुई की अब बड़ी लाइन से इसका अधिक लाभ सबको मिलेगा जो धरा का धरा रह गया। उलटे यहाँ रुकने वाली दोनों तरफ की तमाम पैसेंजर ट्रेन बंद कर दी गई। कुछ गिनी चुनी ट्रेन ही यहाँ रुक रही है जिसका आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। उन्होंने कहा की इंटरसिटी समेत अन्य ट्रेनों का ठहराव यहाँ न होने के कारण लोगों में निराशा व्याप्त है। श्री शुक्ला ने कहा की प्रदेश की राजधानी लखनऊ जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव इटियाथोक स्टेशन पर नहीं हो रहा है, जिससे क्षेत्रीय लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय लोगों की समस्या को देखते हुए इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव इटियाथोक रेलवे स्टेशन पर कराया जाना अत्यंत आवश्यक है। श्री शुक्ला ने कहा की करीब सात साल पूर्व यह मांग उठाकर स्टेशन पर मेरे द्वारा कई दिनों तक भूख हड़ताल किया गया था। उन दिनों मांग तो नहीं पूर्ण हुई उलटे उनके सहित अन्य तमाम लोगों की गिरफ्तारी हुई और सभी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ। उन्होंने बताया की उस वक्त कस्बे मे स्थानीय थाने के पास पुलिस द्वारा बल का प्रयोग भी किया गया और तमाम लोग चोटिल भी हुए। इतना कुछ होने के बावजूद भी रेलवे ने इंटरसिटी को इटियाथोक में रोकना मुनासिब नहीं समझा।
"क्षेत्र के बेटियों को हो रही दिक्क़त"--
एक तरफ सरकार जहाँ बेटियों को पढ़ा लिखाकर रोजगार देने की बात करती है और उनके लिए बेहतर व्यवस्थाओं को किए जाने का ढिंढोरा पीटती हैं। वहीं दूसरी तरफ यहां की सैकड़ों बेटियां गोण्डा, बलरामपुर सहित लखनऊ आदि जगह पढ़ने लिखने या नौकरी करने के लिए आती जाती हैं। उनको आने जाने के लिए प्रतिदिन किसी न किसी अन्य चौपहिया साधन का सहारा लेना पड़ता है। इसमें उनका समय व किराया अधिक व्यय होता है और उनकी यात्रा भी दुखद होती है। वे इटियाथोक में घंटों खड़े होकर इन वाहनों का इंतजार भी करती हैं। अगर इटियाथोक मे इंटरसिटी का ठहराव होने लगे तो इनको राहत होगी। बावजूद इसके सरकार और रेल विभाग यहां के इन विद्यार्थियों व बेटियों की दिक्कत को नजरअंदाज कर रही है।
"क्या बोल रहे क्षेत्रवासी"-
क्षेत्र के समाजसेवी शुक्ला प्रसाद शुक्ला ने कहा कि बड़ी लाइन होने के बाद से यहाँ ट्रेन की बेहतर सेवा लोगो को नही मिल पा रही है। जो सुबिधा छोटी लाइन से मिल रही थी उससे भी बदतर हालत यहां अब हो गए हैं। छोटी लाइन के दिनों मे अप व डाऊन मिलाकर करीब दस पैसेंजर ट्रेन का ठहराव यहाँ होता था और वह सभी लगभग अपने निर्धारित समय से आती थी। बड़ी लाइन के बाद लोगों को यहां ट्रेन का कोई लाभ अब ठीक से नहीं मिल पा रहा है जिस वजह आम जनमानस में रोष व्याप्त है। उन्होंने इंटरसिटी को इस क्षेत्र की ख़ास जरूरत बताई। राष्ट्रीय छात्र पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवम पांडेय ने कहा की क्षेत्र के विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई और नौकरी के लिए प्रतिदिन गोंडा, बलरामपुर या लखनऊ आदि जगहों पर आना जाना पड़ता है। इसके लिए वह लोग चौपहिया वाहनो का उपयोग करते हैं जो काफी दुखदाई और महंगा साबित होता है। उन्होंने इटियाथोक मे इंटरसिटी के ठहराव को जरूरी बताया। क्षेत्र के रघुनाथ प्रसाद, राजकुमार मिश्र, अजय, शालू खान, मनोज, संदीप पांडेय, पवन कुमार, मोहित, संदीप दूबे आदि ने कहा कि आये दिन क्षेत्र के लोगो को इलाज और व्यापार के लिए लखनऊ आना जाना होता है। सुबह जाने के लिए व शाम को घर आने के लिए इटियाथोक से इनको ट्रेन की सुविधा जरूरत के समय यहां से नहीं मिल पा रही है। ऐसे में लोग काफी परेशान होते हैं, कम से कम इंटरसिटी का ठहराव यहां अत्यंत जरूरी है।