लखनऊ :
मोदी सरकार में फसलों के दाम तो दोगुने नहीं हुए पर दर्द सौ गुना जरूर हुआ:आराधना मिश्रा।
दो टूक: प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रधानमंत्री के आज बरेली में होने वाले रोड़ शो से पहले एक प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की गई जिसमें उत्तर प्रदेश कंाग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना जी ने पत्रकारों के माध्यम से मोदी जी कुछ सवालों के जवाब मांगे। ब्रीफिंग में राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री अभय दुबे, उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन पूर्व मंत्री डॉ0 सी0पी0 राय, उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव मीडिया प्रभारी चित्रा बाथम मौजूद रहे।
विस्तार:
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि इसी बरेली में फरवरी 2016 में हुई रैली में प्रधानमंत्री ने किसान भाइयों से वादा किया था कि 2022 तक फसलों के दाम दोगुना कर देंगे। 22 भी बीत गई और 24 आ गई प्रधानमंत्री फिर कुछ झूठे वादों के साथ बरेली पहुंच गये। मगर सवाल तो किया जायेगा कि दाम तो दोगुने नहीं हुए पर दर्द सौ गुना जरूर हो गया। मोदी सरकार के एन0एस0एस0ओ0 ने बताया कि किसानों की आमदनी मात्र 27 रुपये प्रतिदिन रह गई है।
सवाल तो यह भी किया जायेगा क्या फसलों के दाम दोगुने करने की बात कर रहे थे और आपकी ही सरकार में फसलों के दाम मांगने पर किसानों को लखीमपुर में रौंदकर मार डाला गया। किसानों को दिल्ली के दरवाजे पर बर्बरता से क्यों मारा गया और उनकी राह में कील और कांटे क्यों बिछाये गये?
सवाल तो यह भी उठेगा कि सरकार में आते ही किसानों के गेहूं और चावल का 150 रुपये का बोनस क्यों बंद करा दिया गया? क्यों गुजरात सहित 6 राज्यों में फसल बीमा योजना बंद कर दी गई।
सवाल तो यह भी है कि लड़ने के पहले ही आपके बरेली क उम्मीदवार ने हार क्यों स्वीकार ली? क्यों उसने भरी मीटिंग में यह कहा कि मुझे कोई चुनाव नहीं लड़ा रहा ना मेरी पार्टी मेरी मदद कर रही है?
श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रधानमंत्री जी 10 साल का शासन आपका पूर्ण हो चुका है और आपको सवालों के जवाब देने पडेंगे।