लखनऊ:
महिला समेत दसवीं की छात्रा ने फांसी लगाकर दे दी जान,घर मे मचा कोहराम।
नीरज श्रीवास्तव।
दो टूक: लखनऊ के थाना बंथरा इलाके मे रहने वाली एक विवाहिता ने पारिवारिक विवाद के बाद फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया। वहीं सरोजनीनगर क्षेत्र में रविवार देर शाम हाई स्कूल की एक छात्रा ने संदिग्ध हालत में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान गवां दी। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की बात कही है।
विस्तार: पहली घटना-
थाना बंथरा इलाके के कस्बे में रहने वाला राजू टेंट हाउस में मजदूरी करता है। रोजमर्रा की भांति सोमवार सुबह वह काम पर चला गया। घर पर पत्नी पार्वती (39) व अन्य सदस्य थे। इसी बीच पार्वती ने कमरे अंदर दरवाजा बंद कर पंखे के हुक से साड़ी के सहारे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकली तो बेटा अभिषेक उसे खोजता हुआ पहुंचा। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। उसने कई बार आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इस पर उसने खिड़की से झांक कर देखा तो मां पार्वती पंखे के हुक से साड़ी के सहारे मृत अवस्था में लटकी मिली। आनन फानन उसने इसकी सूचना पिता राजू को दी। राजू ने घर पहुंच कर घटना की जानकारी पुलिस को दी।
◆ इंस्पेक्टर हेमंत राघव का कहना है कि शुरूआती जाँच में पता चला है कि पति राजू नशेड़ी प्रवृत्ति का है। बीती रविवार रात शराब के नशे में पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था आशंका है कि इसी से नाराज पार्वती ने आत्महत्या कर ली होगी।
दूसरी घटना-: दसवीं की रिजल्ट आने के बाद छात्रा ने लगा ली फांसी।
सरोजनीनगर के न्यू रहीमाबाद के रहने वाले रमेश ठाकुर नादरगंज स्थित एक निजी कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हैं। बीती रविवार सुबह वह काम पर चले गये। घर में पत्नी के अलावा बेटी आकांक्षा ठाकुर (15) और बेटा अनमोल (10) मौजूद थे। शाम करीब 6 बजे पत्नी अनमोल को साथ लेकर स्कूल का सामान खरीदने मार्केट चली गई। रात करीब 9 बजे मार्केट से वापस लौटी तो घर का दरवाजा अन्दर से बंद मिला। काफी आवाज देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। इसी बीच रमेश भी काम से वापस आ गया। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी
अन्दर से कोई जवाब नहीं मिला तो रमेश पड़ोसी के घर से अपनी छत होते हुए घर के अंदर पहुंचा। जहां बेटी आकांक्षा को कमरे के अंदर पंखे के हुक में दुपट्टे के सहारे लटकता देख उसके होश उड़ गए। घटना से घर में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। थाना प्रभारी शैलेंद्र गिरि का कहना है शुरूआती जांच में पता चला है कि आकांक्षा स्कूटर इंडिया बिजनौर रोड स्थित एक निजी कॉलेज में हाई स्कूल की छात्रा थी। दो दिन पहले घोषित हुए हाई स्कूल रिजल्ट में उसके अंक 60 प्रतिशत से भी कम थे। जिसको लेकर वह काफी परेशान थी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि कम अंकों से पास होने के कारण ही उसने यह कदम उठाया है। फिलहाल अन्य बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है।