लखनऊ :
सरोजनीनगर तहसील मे जन्म प्रमाण पत्र बनवाना टेढ़ी-खीर,दो माह से आवेदक लगा रहा चक्कर।।
■ जन्म प्रमाण पत्र न मिलने से मासूम बच्ची का नही एडमिशन।।
दो टूक: राजधानी लखनऊ के तहसील सरोजनीनगर में आलम यह है कि आम जनता को जन्म और जाति प्रमाण पत्र आदि बनवाने के लिए महीनों चक्कर लगाने पड़ रहे है आम आदमी को छोटा सा काम कराना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। आलम यह कि आवेदन के दो-दो महीने बीत जाते हैं, लेकिन उनके यह प्रमाण पत्र नहीं बन पाते। बल्कि प्रमाण पत्र बनाने के लिए लेखपालों द्वारा समय से रिपोर्ट तक नहीं लगाई जाती है। जिससे लोगों को तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
विस्तार:
■ इसकी बानगी सरोजनीनगर के शांति नगर निवासी रविंद्र प्रताप सिंह ने 6 अक्टूबर 2020 में जन्मी बेटी इशिता सिंह का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरोजनीनगर तहसील कार्यालय में 13 फरवरी 2024 को आवेदन किया था। लेकिन दो महीने से ज्यादा समय बीत गया लेकिन अभी तक जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पाया। इतना ही नहीं बताते हैं कि जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए संबंधित लेखपाल द्वारा अभी रिपोर्ट तक नहीं लगाई जा सकी है। जिससे रविंद्र प्रताप सिंह सरोजनीनगर तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। प्रमाण पत्र न बन पाने के कारण रविंद्र प्रताप सिंह की बेटी इशिता का स्कूल में एडमिशन नहीं हो पा रहा है। फिलहाल यह तो मात्र उदाहरण भर है।
ऐसे तमाम अन्य लोग हैं जो जाति, निवास और जन्म प्रमाण पत्र आदि बनवाने के लिए सरोजनी नगर तहसील कार्यालय के लंबे समय तक चक्कर लगाते रहते हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्हें आसानी से सफलता नहीं हासिल हो पाती है।