लखनऊ:
प्रदेश पुलिस की मांग पर परिवहन निगम ने बसों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कसी कमर।
सुरक्षा बलों को प्रदेश के हर एक मतदान स्थल तक पहुंचाएंगी परिवहन निगम की बसें।
दो टूक : उत्तर प्रदेश में सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए परिवहन निगम ने भी कमर कस ली है। प्रदेश के एक-एक मतदान केंद्र तक सुरक्षाबलों को पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 7 हजार से ज्यादा बसों को तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस की मांग पर परिवहन निगम सभी सात चरणों में अर्द्धसैनिक बलों एवं पुलिस जवानों को ड्यूटी पर पहुंचाने के लिए बसों के प्रबंध में जुट गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सभी सातों चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न कराए जाने हैं। ऐसे में प्रदेश के एक-एक मतदान केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए निर्वाचन आयोग ने बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की है। इन सुरक्षा बलों को इन मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था की ओर से परिवहन निगम से बसें उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
सभी सात चरणो के लिए बसों की मांग।
पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था उत्तर प्रदेश एल आर कुमार की ओर से परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को भेजे गए पत्र में निगम से सभी सात चरणो के लिए सुरक्षा बलों को मतदान स्थल तक पहुंचाने के लिए कुल 7051 बसें उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। पुलिस मुख्यालय की ओर से प्रत्येक चरण के लिए अलग-अलग संख्या में बसें मांगी गई हैं। इसके अनुसार, 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए 608 बसों की मांग है तो 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान हेतु 657 बसों की डिमांड है। इसी तरह 7 मई को तीसरे चरण के लिए 901, 13 मई को चौथे चरण के लिए 1235, 20 मई को पांचवें चरण के लिए 1249, 25 मई को छठे चरण के लिए 12651 और अंतिम चरण यानी एक जून को होने वाले मतदान के लिए 1136 बसें उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। इन बसों के माध्यम से बड़ी संख्या में अर्द्धसैनिक बलों एवं पुलिस जवानों को मतदान स्थलों तक पहुंचाने में आसानी होगी और मतदान कार्य को पूर्ण सुरक्षा के बीच संपन्न कराया जा सकेगा।
10 प्रतिशत रहेंगी रिजर्व।
पत्र में कहा गया है कि पुलिस बल के साथ जो बस एक बार रवाना होगी, वह बस अगले चरणो में भी उसी पुलिस बल के साथ मूल जनपद में वापसी तक बनी रहेगी। चरणवार निर्वाचन के बाद चुनावी जनपदों से कुछ पुलिस बल अपने मूल नियुक्त जनपद वापस जाएगा एवं कुछ जनपदों का नया पुलिस बल संचारित करेगा, जिसके उपयोग हेतु कुछ बसें वापस होंगी एवं कुछ नई बसें बढ़ेंगी। इसके अतिरिक्त ब्रेक डाउन के चलते 10 प्रतिशत रिजर्व वाहनों की भी आवश्यकता होगी। मांग के अनुसार,बसें अच्छी स्थिति में होनी चाहिएं और उनमें समुचित साफ सफाई के साथ ही दरवाजे एवं खिड़कियों के शीशे लगे होने चाहिए। आग्रह पत्र में प्रति बस 45 जवानों के बैठने की व्यवस्था के लिए 52 सीटर बसें उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।