मऊ:
घोसी में हाथी की सवारी करने के लिए कद्दावर नेता बैठे तैयार।
हुजुम को चीरते हुए आगे आये
बालकृष्ण चौहान।
दो टूक: मऊ जनपद के घोसी लोकसभा सीट पर भाजपा ने दो सप्ताह पूर्व ही अपना पत्ता खोलते हुए सुभासपा अरविद राजभर को मैदान में उतार दिया है वहीं सपा ने राजिव राय को लोकसभा उम्मीदवार बनाया है बीजेपी और सपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद जनता की निगाहे बसपा उम्मीद्वार पर टिकी हुई है। हाथी वाले सिम्बल से चुनावी दंगल में कुदने के लिए पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान पूर्व सांसद,अतुल राय ,मऊ नगर पालिका अध्यक्ष अरसद जमाल , चुनु खान,बबलू यादव समेत दर्जनों लोग तैयार बैठे है। ये लोग टिकट पाने के लिए पूरी ताकत झोक दिया है।
हलांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष मयावती यह सीट जीतने के लिए मजबूत कैडिडेट की तलास में जुटी है। वे राय , दलित, मौर्या, राजभर मुस्लिम को छोड़कर किसी अन्य विरादरी के उम्मीद्वार को दांव पर लगाने का मंशा जाहिर कर चुकी है इस लिए बसपा प्रत्याशियों का चयन फूंक फूंक कर रही है।
घोसी लोकसभा सीट भाजपा और सपा के लिए प्रतिष्ठा परक बन चुकी है। भगवा खेमे वाले घोसी समेत प्रदेश की सभी 80 सीटों पर कमल खिलाने के लिए जमकर खून पसीना बहा रही है। वही भाजपा को शिकस्त देने के लिए बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती एक एक कदम बहुत ही मजबूती के साथ रख रही है। यही कारण है कि अभी तक घोसी ,गाजीपुर समेत प्रदेश की कई सीटो पर प्रत्याशी नही उतार सकी है।
घोसी लोकसभा 370 से टिकट लेने के लिए दर्जनों लोग लाइन मे लगाये हुए है। उधर बसपा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती इन नामों के अलावा किसी ऐसे प्रत्याशी की तलाश कर रही है जो भाजपा व सपा की परम्परागत वोटों में सेधमारी करके बसपा को भारी बहुमत से जीत दिला सके।
जिले में बसपा पार्टी वरचस्व को लेकर कई खेमें में बटी हुई है। इसी लिए मायावती किसी अन्य विरादरी को मैदान में उतारने का शायद मन बनाया है। यदि किसी कारण से बसपा मुखिया को चौहान जाति के प्रत्याशी को मैदान में उतारना पड़ा तो वे खेमेबंदी से दूर पढ़े लिखें सीधे साधे स्वभाव के
बालकृष्ण चौहान पर विचार कर सकती है बार बार बसपा प्रमुख से मिलकर चुनाव लड़ने की दावेदारी करने वाले बालकृष्ण चौहान370 घोसी लोक सभा से हाथी की सवारी कर सकते है।