लखनऊ :
प्रेमजाल मे फंसा कर ठगी करने वाले विदेशी युवक को STF ने किया गिरफ्तार।
■ आलमबाग थाने मे दर्ज मामले नाइजीरियन महिला को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार।
दो टूक: राजधानी लखनऊ के थाना आलमबाग क्षेत्र मे रहने वाले पीडिता को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेमजाल में फंसा कर अन्तराष्ट्रीय स्तर पर ठगी करने वाला नाइजीरियन विदेशी युवक को एसटीएफ टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार कर आलमबाग थाने मे दाखिल कर आवश्यक विधिक कार्वाई कर रही है।
विस्तार:
विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक STF ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत काफी समय से फेसबुक पर Facebook, Instagram,
Whatsapp पर विदेशी नागरिकों की Fake Profile बनाकर भारतीय नागरिकों को प्रेमजाल में फंसा कर गिफ्ट भेजने का झांसा देकर फिर गिफ्ट आने पर फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर अधिक कैश या कीमती गिफ्ट होने की बात बताकर कस्टम ड्यूटी और इनकम टैक्सा जमा करने व मनीलाडिग के नाम पर राष्ट्रीय सहर पर ठगी करने वाले नाईजीरियन गिरोहों के सक्रिय होने की सूचनाएँ प्राप्त हो रही थी एसटीएफ के इस्पेक्टर संजय सिंह की टीम मामले की छानबीन कर रही थी।
◆ इसी दौरान मई-2023 में लखनऊ आलमबाग की एक युवती से फेसबुक पर रेमण्ड यादव लन्दन के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर दोस्ती कर प्रेमजाल में फसाकर करोड़ों रूपये का पाउण्ड व महंगी ज्वेलरी आदि गिफ्ट भेजने की बात बतायी गयी। जिसके बाद एक महिला द्वारा काट्सएप के माध्यम से कॉल कर वीडियो भेजकर खुद को दिल्ली एयरपोर्ट की कस्टम अधिकारी बता कर वीडियो काल पर एक पैकेट दिखाया जिसमे व्वेलरी व महंगे गिफ्ट आदि है, जिससे प्राप्त करने हेतु कस्टम बार्ज के रूप में 25.900/- रूपये जमा करना है, तब यह पैकेट उसके पते पर पहुँच जायेगा। इस पर युवती द्वारा कथित महिता कस्टम अधिकारी द्वारा बताये गये खाते में गूगल पे के माध्यम से भेज दिया गया। जिसके बाद पार्टी कस्टम अधिकारी द्वारा बताया गया कि आपके पैकेट में लगभग रूपये 10 लाख कीमत के पातण्ड है, जिसके लिये फाइनेन्ना डायरेक्टर कर सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा, इस सर्टिफिकेट के लिये 10 हजार रूपये जमा करने होगे। युवती द्वारा 10 हजार रूपये जमा करने के बाद फर्जी कस्टम अधिकारी द्वारा फाइनेन्स डायरेक्टर के नाम का एक कूटरचित सर्टिफिकेट भेजा गया एवं इसके बाद बताया गया कि पाउण्डा को इन्डियन करेन्सी में बदलने के लिए 85,000/- रूपये जमा कर सर्टिफिकेट लेना होगा। युवती द्वारा उक्त 85.000/-रूपये जमा करने के पश्चात फर्जी कस्टम अधिकारी द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के नाम कर एक कूटरचित सर्टिफिकेट भेजा गया। इसके 2 दिन बाद पैकेट रिसिव न होने पर कर्जी कस्टम अधिकारी से काट्सएप पर बात की गयी तो कस्टम अधिकारी द्वारा रिजर्व बैंक आफ इण्डिया में टैक्स जमा करने के नाम पर 7,500/- रूपये जमा करने की बात कही गयी। जिस पर यूवती द्वारा उक्त 7,500/-रूपये जमा करने के बाद उक्त फर्जी कस्टम अधिकारी द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के नाम का एक और कुचरचित दस्तावेज भेजा गया। इसके कई दिनों बाद तक पैकेट रिसियन होने पर युवती द्वारा फर्जी कस्टम अधिकारी से व्हाट्सएप पर बात की गयी तो कस्टम अधिकारी द्वारा बताया गया कि आपके पैकेट में करोड़ों रूपये के पाउम्क निकल आये हैं. आपके ऊपर तो मनी लॉण्डरिंग कर केस बन रहा है, बत्ताकर रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया का सर्टिफिकेट दिलाकर कैस खत्म कराने के लिए 10,000/- रूपये और जमा करा लिया तथा बताया कि 02 दिन में आपका पैकेट आ जायेगा। 02 दिन तक पैकेट रिसिव न होने पर युक्ती द्वारा पता किया गया तो पता चला की उसके साथ फास हो गया है। इसके बाद युवती द्वारा अपने दिये हुये रुपयों को वापस करने हेतु फर्जी कस्टम अधिकारी को फोन किया गया। जिसके बाद युवती के मोबाइल नम्बर को कस्टम अधिकारी द्वारा Block कर दिया गया।
उपरोक्त प्रकरण पर तकनीकी विशेषज्ञता एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए दिनांक 25-04-2024 को लगभग 16.30 बजे मकान नम्बर 245 एफ, गली नम्बर-4
गुरुनानक नगर तिलक विहार दिल्ली से एसटीएफ टीम द्वारा उपरोक्त अभियुक्त को गिरफतार किया गया, जिससे उपरीका बरामदगी हुई।
■ गिरफ्तार विदेशी जालसाज ने पूछताछ पर बताया कि वह नाइजिरिया का रहने वाला है तथा मकान नम्बर 245एफ, गली नम्बर- गुरुनानक नगर तिलक विहार दिल्ली में किराये पर रहता है। वर्ष 2019 में पासपोर्ट व वीजा से भारत में आया था। नाइजिरिया से तमाम लोग मारत में आकर साइबर अपराध करके अच्छा पैसा कमाते है। यह लोग आनलाइन झूठे फोटो लगा कर सोशल मीडिया के तमाम साइटों के माध्यम से लोगों से चौटिंग तथा प्रेम वाली कर तथा खुद को अमेरिका, इग्लैण्ड जैसे विकसित देशों के नागरिक बताकर अपने जाल में फसाते है और तरह-तरह के महंगे उपहार भेजने के नाम पर टैसा, कस्टम चार्ज मनीट्रानाकर चार्ज के नाम पर भिन्न-भिन्न बैंक खातों में पैसे मंगाते है। इस प्रकार के साइबर अपराध करने के लिए फर्जी पते पर सिम व बैंक एकाउन्ट होना आवश्यक है इसके लिए नाइजीरिया के रहने वाले ही SM-MAN नाम का व्यक्ति 01 सिम का 5,000/-रू० लेकर भारतीय सिम उपलब्ध कराता है तथा KYLE WEN नामक व्यक्ति रुपये 10,000 लेकर बैंक एकाउन्ट उपलब्ध कराता है। इसने भी पैसा देकर सिम व बैंक एकाउन्ट खरीद कर साइबर काइन करने लगा। इस माध्यम से अब तक सैकडो भारतीय नागरिकों से करोड़ों रूपये की ठगी कर नाइजीरियन बैंक खातों में अपने परिजनों / परिचितों को भेजता है। अभी हाल ही में 21 सप्ताह के अन्दर नाइजीरियन एकाउन्ट नम्बर 2419743141 ZENITH खाता धारक का नाम GOOGWIN UMOKORO में रूपये 71,000/- भारतीय करेन्सी भेजा है। अभियुक्त से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का कारेंसिक परीक्षण कराया जावेगा।
गिरफ्तार विदेशी युवक के विरुद्घ मु०अ०सं० 108/2023 400/420/487/408/471 मा०८०वि० व 66ठी सूचना प्रोद्यौगिकी अधि० थाना आलमबाग पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।