अम्बेडकर नगर :
भीटी मे विषुही नदी का अस्तित्व खतरे में,जिम्मेदार बने हुए लपरवाह।
ए के चतुर्वेदी:
दो टूक : अम्बेडकर नगर जनपद के भीटी तहसील क्षेत्र में विशुही नदी पर अतिक्रमण के चलते अस्तित्व ही खतरे मे पड़ गया है। भीटी एसडीएम ने घटनास्थल का मौका मुआयना देख कर आरोपी को काम रोकवा दिया था अब दोबारा काम शुरू हो गया हैं।
■ यह प्रकरण लगभग 6 माह पुराना है तब से लगभग तीन एसडीएम आकर जा चुके हैं लेकिन आचार संहिता के दौरान पता नहीं क्यों एसडीएम भीटी हल्का लेखपाल के साथ तहसील की पौराणिक प्राचीन निशानियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भीटी तहसील समेत पूरे जनपद को ज्ञात है कि उक्त नदी रामायण कालीन नदी है जिसका तमशा नदी के नाम से श्री रामचरितमानस में उल्लेख है।आगे बढ़ने पर इसी नदी के किनारे श्रवण कुमार की कहानी शुरू होती है आखिर सनातन धर्म और भगवान राम से जुड़ी चीजों से एसडीएम भीटी को क्या परेशानी है जो विपक्षी समाजवादी पार्टी से मौजूदा प्रत्याशी लाल वर्मा के भीटी प्रतिनिधि प्रदीप गुप्ता की पैरवी पर उक्त नदी पर निर्माण कार्य करवा रहे हैं। इसमें हल्का लेखपाल जितेंद्र सिंह भी मिले हुए है उन्हीं के द्वारा नदी की भौगोलिक स्थिति और आरोपी के खेत का सीमांकन गलत तरीके से उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जा रहा है। इस प्रकरण में बड़े पैसे का लेनदेन हुआ है यदि कोई सक्षम जनप्रतिनिधि हस्तक्षेप नहीं करता है तो शायद मीडिया के भरोसे आप इस प्रकरण को एसडीएम भीटी नहीं हल करेंगे उक्त स्थान पर शटरिंग लगाई जा रही है रात देर रात लिंटर पड़ जाएगा इसके बाद पक्का निर्माण होने से नदी का अस्तित्व सदैव के लिए समाप्त हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव में नेता जहां नेता जनता चुनाव में लगे हुए हैं वहीं एसडीएम भीटी विवादित मुद्दों पर सारे नियम ताक पर रखकर पैसा लेकर अपना काम सिद्ध कर रहे हैं।