लखनऊ :
गैर इरादतन हत्या मामले मे पांच आरोपी गिरफ्तार।
झगडे के दौरान बीच बचाव करने गए बुजुर्ग की चोट लगने से हुई थी मौत।
दो टूक : लखनऊ के थाना गोसाईगंज पुलिस टीम द्वारा झगड़े में बीच बचाव करने गये पीडित मुकदमा के पिता से मार-पीट करने वाले गैर इरादतन हत्या करने के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। झगड़े मे बीच बचाव करने पहुच बुजुर्ग की दबंगों ने पीट पीट कर अधमरा कर दिया था इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
विस्तार: गोसाईगंज इस्पेक्टर बृजेश कुमार त्रिपाठी
ने बताया कि थाना गोसाईगंज क्षेत्र के बबूरिया खेड़ा गांव में वैवाहिक वर्षगांठ पार्टी से लौट रहे एक .युवक को बुधवार रात चार भाइयों ने रोककर पीट दिया। शोर सुनकर घायल के बाबा बचाने गए तो उनपर हमला कर दिया। परिजनों को घायल किसान को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक किसान के बेटे राजकुमार पुत्र स्व हरिश्चन्द्र की तहरीर पर चार नामजद समेत एक अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम आरोपियों की तलाश मे जुट गई जांच पड़ताल एवं छानबीन के दौरान मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार भोर मे पांच आरोपियों को पकड़ लिया गया। जिनका का नाम वीरेन्द्र,सुरेन्द्र कुमार, अर्जुन, करन,शिवशंकर को गिरफ्तार कर आवश्यक विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गया।
■.पौत्र को बचाने गए बाबा की पीट-पीटकर ले ली जान।
बताते चले कि गोसाईगंज थाना क्षेत्र नवल खेडा गांव निवासी मुकेश कुमार की शादी की सालगिरह की पार्टी बुधवार थी। वहां बबूरिया खेड़ा गांव का दिलीप भी गया था। पार्टी में शराब चलने की वजह से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इस बात पर मुकेश और उसके भाइयों नरेंद्र, सुरेंद्र और वीरेंद्र ने उसे रास्ते में रोक लिया और मारने पीटने लगे। चीख पुकार सुनकर दिलीप के बाबा किसान हरिश्चन्द (50) उसे बचाने के लिए दौड़े तो आरोपियों ने उन्हें भी जमकर पीटा। घरवाले विवाद देखकर बचाने के लिए दौड़े तो आरोपियों ने पथराव शुरू कर दिया। बेटे राजकुमार ने किसी तरह पिता को एंबुलेंस से सीएचसी गोसाईगंज पहुंचाया, जहां से सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। सिविल अस्पताल मे इलाज के दौरान हरिश्चन्द को डाक्टरो ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि दबंग मुकेश अपराधी किस्म का है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पीड़ित परिजनों ने परिवार का पालन-पोषण के लिए सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है व अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग करते हुए और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज ग्रामीणों ने शव रखकर प्रदर्शन किया था।