शुक्रवार, 31 मई 2024

लखनऊ :करोड़ो की बेशकीमती सरकारी जमीन हुई कब्ज़ा मुक्त,दो तहसीलों का मामला।||Lucknow: Government land worth crores of rupees is freed from encroachment, a matter of two tehsils.||

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लखनऊ :
करोड़ो की बेशकीमती सरकारी जमीन
हुई कब्ज़ा मुक्त,दो तहसीलों का मामला।
दो टूक : लखनऊ नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह जी के निर्देशानुसार नगर में अवैध कब्जेदारों पर कार्यवाही एवं सरकारी भूमियों,संपत्तियों को कब्ज़ा मुक्त करवाये जाने हेतु लगातार सघन अभियान चलाए जा रहे हैं।अभी तक करोड़ो रुपयों की विभिन्न सरकारी भूमि,संपत्ति, जो विगत लंबे समय से कब्जे में थीं, उन्हें खाली करवाया जा चुका है।उसी क्रम मे आज सरोजनीनगर तहसील के ग्राम कासिमपुर पकरी एवं बी.के.टी. तहसील के ग्राम रसूलपुर कायस्थ अंतर्गत सरकारी भूमियों को कब्ज़ा मुक्त कराया गया, जिनका विवरण निम्नवत है:-
सरोजनीनगर मे चला कब्जा मुक्त अभियान।
सरोजनी नगर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम - कासिमपुर पकरी की खसरा संख्या 46 क्षेवफल 0.1010 हे. तालाब की भूमि है जो नगर निगम में निहित संपत्ति है। श्री पंकज श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त महोदय के निर्देश के क्रम में उक्त खसरा संख्या पर किये गए अवैध कब्जे को आज दिनांक 31.05.2024 को श्री नीरज कटियार नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में लेखपाल श्री सुधांशु श्रीवास्तव, श्री मनोज आर्य, श्री अनूप गुप्ता, श्री राजेन्द्र यादव द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से हटवा दिया गया। शेष स्थाई निर्माण के सम्बन्ध में पी.पी. एक्ट की कार्यवाही प्रचलित की जाएगी। उक्त अवैध कब्जों से 2500 वर्गफुट रिक्त कराई गई, जिसकी बाजारू कीमत 1,2500000 (एक करोड़ पच्चीस लाख) के लगभण है।
बीकेटी तहसील क्षेत्र मे करोड़ों की जमीन से हटाया गया अवैध कब्जा।
लखनऊ के बीकेटी तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम रसुलपुर कायस्थ के गाटा  स० 137 व 123 चारागाह की भूमि है।अपर नगर आयुक्त श्री पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में ग्राम रसूलपुर कायस्थ तहसील बी. के. टी. जनपद लखनऊ में गाटा स० 137  व 12 3 पर जो नगर निगम में निहित भूमि है,उस पर कुछ व्यक्तियो द्वारा इंट, बालू, डालकर कब्जे का प्रयास किया गया। सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार श्री. संजय कुमार सिंह व लेखपाल श्री संदीप, प्रदीप गिरी, एवं रा०नि० श्री. अविनाश तिवारी के साथ जाकर उक्त स्थल पर से अतिक्रमण हटा दिया गया। उक्त गाटों में अतिक्रमण 500 मी० से अधिक भूमि पर था। उक्त भूमि के बजारु मुक्त लगभग 2 करोड़ रुपए से अधिक का है।