लखनऊ :
संदिग्ध आवस्था में घायल अधेड़ की इलाज के दौरान हुई मौत,पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप।
दो टूक : लखनऊ के थाना आलमबाग क्षेत्र भीमनगर मोहल्ले में अपने बड़े भाई के साथ रहने वाले अधेड़ की चार दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में तबियत खराब हो गई । मुंबई में रह रही पत्नी को फोन पर पति के हालत की जानकारी मिलने पत्नी ने फोन कर आलमबाग पुलिस को मामले की सूचना दी । पत्नी की सूचना पर मृतक के बड़े भाई के घर पहुंची आलमबाग पुलिस अधेड़ की गंभीर हालत देख मौके पर मौजूद मृतक के परिजनों को फटकार लगाते हुए अस्पताल में भर्ती कराने की नसीहत दी । स्थानीय पुलिस की नसीहत पर मृतक के भतीजों ने अधेड़ को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ इलाज के दौरान उसी रात अधेड़ की मौत हो गई । पत्नी के आग्रह पर पुलिस ने मृतक के शव को मर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया । बुधवार सुबह मुंबई से लखनऊ पहुंची मृतक की पत्नी के मौजूदगी में पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । वहीँ पति की मौत से आहत मृतक की पत्नी ने अपने जेठ, जेठानी समेत भतीजे और भतीजी की प्रताड़ना और मारपीट से मौत होने का आरोप लगाते हुए आलमबाग थाने में लिखित शिकायत दी ।
विस्तार:
मूलरूप से जनपद रायबरेली बछरावां के रहने वाले आबकारी विभाग में दरोगा के पद पर तैनात विजय कुमार सरोज अपने परिवार संग आलमबाग के भीमनगर मोहल्ले में रहते है । आबकारी दारोगा विजय कुमार सरोज का 48 वर्षीय छोटा भाई राजेंद्र कुमार सरोज पुत्र अहरवादीन सरोज उनके साथ ही रहता था जबकि राजेंद्र की पत्नी सुभद्रा अपने तीन बच्चो शैलजा, भूमि व अभिषेक के साथ बीते एक साल से मुंबई में रह रही है । मृतक की पत्नी सुभद्रा की माने तो उसके पति राजेंद्र गाँव में खेती बाड़ी का काम करते थे । खेती में ऊपज को लेकर बड़े भाई विजय व मृतक राजेंद्र के बीच तनाव बना रहता था । सुभद्रा की माने तो रविवार शाम फोन कर जब उसने अपने पति से संपर्क करना चाही तो पति का नंबर नहीं लगा । पति का फोन न लगता देख पत्नी सुभद्रा ने ननद रेनू बाला को फोन कर ननद के फोन पर पति से बात की तो घायल पति ने आपबीती सुनाई । पति की बात सुन सुभद्रा ने आलमबाग पुलिस को फोन से मामले की जानकारी दी । पत्नी की सूचना पर विजय कुमार के घर पहुंची आलमबाग पुलिस ने राजेंद्र सरोज की खराब हालत देख विजय के परिवार को फटकार लगाते हुए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराने की हिदायत दी । पुलिस कर्मियों की बात सुन विजय सरोज के बेटों ने राजेंद्र सरोज को बलरामपुर अस्पताल पहुँचाया, जहाँ थोड़ी ही देर में डॉक्टरों ने राजेंद्र को मृत घोषित कर दिया । मृतक के पत्नी का आरोप है कि पति के मौत की खबर उसे मौत के दूसरे दिन सोमवार को दी गई । पति के मौत की खबर पाकर पत्नी ने आलमबाग पुलिस को फोन कर लखनऊ पहुंचने तक पति के शव को सुरक्षित रखने का आग्रह किया । पत्नी के आग्रह पर पुलिस ने मृतक के शव को मर्च्युरी में सुरक्षित रखवा दिया । बुधवार सुबह लखनऊ पहुंची मृतक राजेंद्र की पत्नी सुभद्रा की मौजूदगी में मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । मृतक की पत्नी ने अपने जेठ विजय कुमार सरोज समेत उनकी पत्नी और भतीजे प्रियांशु चौधरी व आर्यन चौधरी, दोनों बेटियों काजल व ख़ुशी पर प्रताड़ित करने और मारपीट कर मरणासन्न स्थिति में लाने का आरोप लगाते हुए आलमबाग थाने में नामजद शिकायत दी । मृतक की पत्नी का आरोप था कि गुरुवार देर रात उसकी जेठानी अपने चारो बच्चो संग मिलकर उसके पति राजेंद्र को बुरी तरह पीटपीट कर अधमरा कर दिया, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई और उनके पति की मौत हो गई । सुभद्रा ने बताया कि मामले की जानकारी उनके जेठ को थी लेकिन जेठ ने न तो अपने परिवार को रोका और न ही उन्हें कोई जानकारी दी ।
■ आलमबाग इंस्पेक्टर एस एस महादेवन ने बताया कि पत्नी की शिकायत पर मामले की जाँच की जा रही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर अग्रिम विधिक कार्यवाई की जाएगी ।