लखनऊ :
रेल स्वास्थ्य कर्मी की गला रेतकर हुई मौत, आत्महत्या व हत्या पर ने शुरु की जॉच।।
◆खून से सना चाकू व खून के धब्बों को फोरेंसिक टीम ने भेजा जाँच के लिए,
दो टूक : राजधानी लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र इंदौर रेलवे अस्पताल में शुक्रवार पूर्वाहन डियूटी पर कार्यरत चतुर्थ श्रेणी रेलवे कर्मी की चाकू से गला रेतने से मौत हो गई । सीएमएस कक्ष के सामने बने कॉरिडोर में खून से लथपथ रेल कर्मी को तड़पता देख अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मचारी के शोर मचाने से हड़कंप मच गया । अस्पताल की टीम ने घायल कर्मचारी का उपचार शुरू किया लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई । अस्पताल प्रशासन ने मामले की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम व स्थानीय पुलिस को दी । सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने मामले की जानकारी पुलिस के उच्च अधिकारियों को दी । घटना स्थल पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी व एसीपी कैंट ने घटना स्थल का निरीक्षण कर मौके पर फोरेंसिक टीम को बुला कर साक्ष्य एकत्र कराया । वही स्थानीय पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
विस्तार:
मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले 52 वर्षीय मंशा राम पुत्र आदित्य राम अपनी पत्नी देवश्री व दो बेटों कैलाश, नरेश व बेटी यशोदा संग रजनी खण्ड आशियाना में रहते हैं। जबकि उनकी एक बेटी सीमा का विवाह हो चूका है । मृतक मंशाराम रेलवे इंदौर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० संगीता सागर के पास खलासी के पद पर कार्यरत थे । रोज की भांति शुक्रवार सुबह 9 बजे मृतक मंशाराम डियूटी करने अस्पताल पहुंचा और सामान्य तरीके से ड्यूटी करने लगा । इसी बीच लगभग 11:30 बजे सीएमएस कक्ष के सामने बने कॉरिडोर में मंशाराम को खून लथपथ तड़पता देख अस्पताल में ही गोपनीय सहायक के पद पर कार्यरत संगीता चौधरी ने शोर मचाना शुरू कर दिया । संगीता चौधरी का शोर सुन एकत्र अस्पताल कर्मियों ने मंशाराम को उपचार के लिए आनन फानन में ओटी कक्ष ले गए, जहां उपचार के दौरान ही मंशाराम की मौत हो गई । अस्पताल प्रशासन ने रेल कर्मी के मौत की सूचना स्थानीय आलमबाग पुलिस को दी अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक आलमबाग एसएस महादेवन ने मामले की सूचना पुलिस के उच्च अधिकारियों को देकर मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाया । मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से बरामद खून से सना चाकू व अन्य साक्ष्य एकत्र कर जांच के लिए भेज दिया । वही सूचना पाकर मौके पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी प्रबल कुमार सिंह व एसीपी कैंट पंकज कुमार सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण कर अस्पताल व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज खंगालने का निर्देश देकर मृतक के परिजनों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया । आलमबाग पुलिस ने विधिक कार्यवाही करते हुए मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
हत्या व आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने के जुटी पुलिस :
आलमबाग इंदौर रेलवे अस्पताल में शुक्रवार पूर्वाह्न हुई हृदय विदारक संदिग्ध मौत की जांच पड़ताल में आलमबाग पुलिस ने अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला लेकिन पुलिस टीम को कोई आता जाता नही दिखा और न ही हत्या का कोई साक्ष्य मिला लिहाजा स्थानीय पुलिस मौत को आत्महत्या मान रही है ।
सीसीटीवी कैमरे की रेंज के बाहर है घटना स्थल :
इंस्पेक्टर आलमबाग एसएस महादेवन ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया लेकिन घटना स्थल सीसीटीवी कैमरे की रेंज के दायरे में नहीं है । वहीं लोगों का आरोप था कि हत्यारे को पता था कि कॉरिडोर कैमरे के रेंज के बाहर है । फ़िलहाल पुलिस घटना को आत्महत्या मान कर अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है ।
आत्महत्या पर उठ रहे हैं सवाल :
इंदौर रेलवे अस्पताल में हुई घटना के मामले में लोगों का कहना था कि हत्या में प्रयुक्त चाकू कोरीडोर में रखे डस्टबिन में बरामद हुई । सब्जी काटने वाले चाकू से स्वयं का गला रेत कर आत्महत्या करने की पुलिस की थ्योरी समझ से बाहर है । लोगों का आरोप था कि सब्जी कटने वाले धारदार चाकू से आखिर कोई व्यक्ति किस तरह से स्वयं का गला रेत कर खून की धारा बहने के साथ साथ तड़पता हुआ खून से सने चाकू को कोरिडोर में रखे डस्टबिन में फेकने जाएगा । वहीं गोपनीय विभाग में सहायक पद पर कार्यरत संगीता चौधरी के मुताबिक उक्त चाकू फल व खीरा आदि काटने के उद्देश्य से उनके केबिन में रखा रहता था । मृतक सुबह डियूटी पर आने के बाद उनके केबिन में गया था लेकिन वह किसी भी तरह से तनाव में नहीं लग रहा था ।
रो रो कर इंसाफ की मांग करती रही मृतक की पत्नी :
घटना के बाद पति के मौत की सूचना पारकर परिजनों संग लगभग 12:30 बजे अस्पताल पहुंची मृतक की पत्नी देवश्री दहाड़ मार कर रोने बिलखने लगी । श्रीदेवी ने घटना को हत्या बताकर चीख चीख कर इंसाफ की मांग करने लगी । मृतक की पत्नी ने एक रट में यही कहती रही कि उसके पति आत्महत्या नहीं कर सकते हैं ।
संदेह के घेरे में अस्पताल प्रशासन :
इंदौर रेलवे अस्पताल में शुक्रवार पूर्वाहन हुई खलासी की मौत के मामले में अस्पताल प्रशासन को भी संदेह के घेरे में खड़ा कर रहा है । घटना के बाद इंदौर रेलवे अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ० संगीता सागर अपना पल्ला झाड़ते हुए मिडिया के सवालो का सामना करने के बजाय कन्नी काटती रही जबकि मृतक मंशाराम उन्ही के आदेशों का पालन कर रहा था और सीएमएस कक्ष के सामने ही मृतक का गला रेतने से मौत होती है ।ऐसे में अस्पताल प्रशासन की चुप्पी संदेह खड़ा करती है ।
डीसीपी पूर्वी प्रबल कुमार सिंह ने घटना स्थल के निरिक्षण के पश्चात बताया कि घटित घटना में जाँच के लिए टीम गठित कर दी गई है । परिजनों की तरफ से यदि कोई तहरीर आती है तो मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जाएगी । मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे से पुलिस को अभी कोई सुराग नहीं मिला है ।