लखनऊ :
वृन्दावन गेट बना आराजक तत्वों का अठ्ठा,स्टेट कारोबारी पर किया जानलेवा हमला।
◆ गेट पर ठेले-खुमचे वालो ने कर रखा है अवैध कब्जा,जहाँ से निकलना मुस्किल।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना पीजीआई क्षेत्र वृन्दावन गेट पर आराज तत्वों का नया अठ्ठा बनता जा रहा है। गेट के चारो तरफ ठेले खुमचे वालो ने सड़क पर अवैध कब्जा जमा रखा है। जिससे आम जनमानस समेत बाह्य रोगियों को आने जाने मे काफी समस्याओ का सामना करना पड़ता है एसजीपीजीआई से एपेक्स ट्रामा टू में मरीजों का अक्सर आना जाना वृंन्दावन गेट से लगा रहता है। यदि कोई विरोध करता है तो सभी पटरी दुकान दार एकजुट होकर मार पीट पर उतारु हो जाते है और शिकायत पर पुलिस नगर निगम का मामला बता पल्ला झाड़ लेती है।
इसकी बानगी बीते 12 मई रविवार की शाम वृन्दावन गेट पर फल का ठेला सड़क के किनारे करने के लिए कहना कार सवार रियल स्टेट कारोबारी को मंहगा पड़ गया था आधा दर्जन से अधिक लोगों ने उन्हे गाड़ी से खींचकर हमला कर दिया। उनके साथी ने किसी तरह बीच- बचाव कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस को आते देख आरोपित भाग निकले। पीड़ित की तहरीर पर पीजीआई पुलिस ने आधा दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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बताते चले कि थाना पीजीआई के तेलीबाग निवासी हिमांशु सिंह रियल स्टेट व्यवसायी है। इनकी माने तो रविवार शाम को वह अपने साथी सुनील के साथ कार से कही जा रहे थे। वह वृन्दावन मेन गेट के पास पहुंचे थे तो वहां सड़क के दोनो पटरी पर फल के ठेले लगे थे। उन्होंने ठेला किनारे करने को कहा तो ठेले वाला आगबबूला हो गया और गाली गलौज करने लगा विरोध करने पर पास में ठेला लगाए करीब आधा दर्जन ठेला दुकानदार आ गए। गालियां देते हुए उन्हें कार से बाहर खींच हमला कर दिया। सिर और हाथ से खून निकलता देख साथी सुनील ने बीच बचाव की कोशिश की तो आरोपित उसे भी धमकाने लगे। इस बीच सुनील ने डायल 112 पर पुलिस कंट्रोल पर सूचना दी। पुलिस कर्मियों को आता देख सभी भाग गए। साथी ने पुलिस को बुलाकर मेरी जान बचायी।इससे पहले भी वृन्दावन गेट पर कई मामले हो चुके है।
इंस्पेक्टर बृजेश चंद तिवारी के मुताबिक घायल रियल स्टेट कारोबारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम आरोपितों की तलाश कर रही है।