बुधवार, 19 जून 2024

लखनऊ :120 करोड़ की ठगी करने वाले सात आरोपी गिरफ्तार।||Lucknow:Seven accused of fraud of Rs 120 crore arrested.||

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लखनऊ :
120 करोड़ की ठगी करने वाले सात आरोपी गिरफ्तार।
◆पुलिस ने ठगो से 119 करोड़ किया बरामद।।
दो टूक: राजधानी लखनऊ पुलिस टीम ने 120 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार कर 119 करोड रूपये की रिकवरी कर लिया है। पकड़े गए
 जालसाजों ने यूनियन बैंक का मैनेजर बनकर एकेटीयू से साइबर फ्रॉड किया था। पुलिस ने उत्तर प्रदेश से पाच और गुजरात से दो शातिर जालसाजो को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।जालसाजो ने 12 जून को एकेटीयू के बैंक खाते से एफडी पर ज्यादा इंटरेस्ट देने का लालच देकर ठगी की थी। दर्ज मामले मे पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान सात जालसाज को गिरफ्तार कर करोडों की ठगी का खुलासा किया।
विस्तार:
पुलिस के मुताबिक डा०एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ (एकेटीयू) के बैंक खाते से 120 करोड़ रुपये अहमदाबाद के श्री श्रद्धा एजूकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के खाते में धोखाधड़ी कर ट्रांसफर करा लिए गए। एकेटीयू और यूनियन बैंक अफसरों की मिली भगत से की गई जालसाजी की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और सात जालसाजों को गिरप्तार करने के साथ ही 119 करोड़ रुपये भी वापस पाने में सफलता मिल गई।
इस जालसाजी करने वाले गिरोह का सरगना अनुराग श्रीवास्तव है, जिसने एकेटीयू का अधिकारी और बैंक मैनेजर बनकर खाते में रुपये ट्रांसफर करा लिए। पुलिस को उसकी तलाश कर रही है लेकिन सवाल एकेटीयू और यूनियन बैंक अफसरों की भूमिका पर भी उठ रहे हैं। पुलिस के मुताबिक यूनियन बैंक आफ इंडिया के पांच अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
◆ पुलिस उपायुक्त पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह के मुताबिक 12 जून को यूनियन बैंक के मैनेजर अनुज कुमार सक्सेना ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इस फर्जीवाड़े में पुलिस ने सूरत निवासी जोशी देवेंद्र प्रसाद प्रभाशंकर, अहमदाबाद निवासी पटेल उदय, उन्नाव निवासी राजेश बाबू, लखनऊ निवासी गिरीश चंद्र व शैलेंद्र कुमार रघुवंशी, अमेठी के दस्तगीर आलम और बस्ती के कृष्णकांत को गिरफ्तार किया गया है। राजेश भोजपुरी फिल्मों का निर्देशक है।
उन्होंने बताया कि एकेटीयू को 120 करोड़ की एफडी करानी थी और इसी प्रक्रिया के दौरान अनुराग ने खुद को यूनियन बैंक आफ इंडिया का अधिकारी बताकर एकेटीयू के अधिकारियों से मुलाकात की। जिस दिन एफडी के लिए बैंकों की बिड खुली उस दिन भी अनुराग एकेटीयू की कोर टीम के सामने यूनियन बैंक आफ इंडिया की तरफ से मौजूद था। पांच जून को स्टेट बैंक आफ इंडिया में एकेटीयू के खाते से रुपये यूनियन बैंक आफ इंडिया में ट्रांसफर होने के बाद अनुराग बैंक पहुंचा और खुद को एकेटीयू का वित्त नियंत्रक बताते हुए अफसरों से मिला। उसने एकेटीयू के नाम से फर्जी मेल आइडी बनाई और फर्जी बैंक खाता खुलवा लिया। इसके बाद यूनियन बैंक के खाते से 120 करोड़ की रकम इसी फर्जी खाते में जमा करा दिए। उसने बैंक से चेकबुक भी जारी करा ली।
चेक और ऑनलाइन लेन-देन के माध्यम से एक ही दिन में श्री श्रद्धा एजूकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के खाते (इंडसइंड बैंक) में ट्रांसफर करा लिए। जालसाजी के बाद जागे यूनियन बैंक के अधिकारी बचाव की मुद्रा आए। 
■ एकेटीयू के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बैंक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूनियन बैंक में विश्वविद्यालय का खाता नहीं है। एफडी कराने के लिए पैसे ट्रांसफर हुए थे, इसमें एफडी का खाता खुलना था। एकेटीयू में फाइनेंस कंट्रोलर से लेकर सभी पदाधिकारियों के नाम और अधिकारिक ईमेल वेबसाइट पर सत्यापित करने चाहिए थे। 
गिरफ्तार किए गए शातिर जालसाजो का नाम :
◆जोशी देवेन्द्र प्रसाद प्रभाशंकर पुत्र प्रभाशंकर निवासी- 1103 साई लेक्जीरिया नियर श्रीकर विद्या स्कूल अमरौली जनपद सूरत गुजरात। उम्र लगभग 61 वर्ष।
◆पटेल उदय पुत्र हरशद भाई निवासी ए-22 भगवती फ्लैट बैजलपुर जीवराज पार्क अहमदाबाद। उम्र लगभग 23 वर्ष।
●राजेश बाबू पुत्र मथुरा प्रसाद निवासी पानापुर खुर्द मलकादीन, हसनगंज थाना आशीवन जनपद उन्नाव उ०प्र०। उम्र लगभग 44 वर्ष।
●गिरीश चंद्र पुत्र सोमई राम निवासी 2/132 सेक्टर-बी मानसरोवर योजना कानपुर रोड एलडीए कालोनी बीकेटी लखनऊ उ०प्र०। उम्र लगभग 40 वर्ष।
● शैलेश कुमार रघुवंशी पुत्र हरिदास सिंह निवासी बी-329, सेक्टर नियर कारमेल चौराहा महानगर जनपद लखनऊ उ0प्र0। उम्र लगभग 50 वर्ष।
●दस्तगीर आलम पुत्र कबीर अहमद निवासी सरेसर ग्राम सलाबथ गढ, मुसाफिर खाना, जनपद अमेठी उ०प्र०। उम्र लगभग 51 वर्ष।
●कृष्णकान्त पुत्र हरिराम त्रिपाठी निवासी ग्राम जयपुरवा, पो- गाँधीनगर, अमहट जनपद बस्ती उ०प्र०। उम्र लगभग 53 वर्ष।
■ डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह की बाईट--