अम्बेडकरनगर :
पहले रिचार्ज, फिर कर सकेंगे बिजली का इस्तेमाल।
ए के चतुर्वेदी ।
दो टूक : मोबाइल और डीटीएच की तरह अब बिजली के भुगतान को भी प्री-पेड किए जाने की तैयारी है। जितने का रिचार्ज कराएंगे उतनी ही बिजली का उपयोग किया जा सकेगा। यह नई व्यवस्था कई मायनों में सुविधा देने वाली साबित होगी।100 रुपये से लेकर अधिकतम राशि का भी रिचार्ज कर बिजली उपयोग किया जा सकेगा। इन दिनों जनपद में चार लाख 25 हजार बिजली उपभोक्ताओं को 41 उपकेंद्रोंं के 231 फीडरों के माध्यम से बिजली आपूर्ति दी जा रही है। खपत के अनुरूप बिजली के बिल की वसूली 50 फीसद हो पाती है। खुले तारों से बिजली की चोरी और जर्जर संसाधनोंं से लाइन लॉस से हर माह 25 से 30 प्रतिशत बिजली की बर्बाद हो जाती है। चोरी व बिजली की बर्बादी पर अंकुश लगाने के लिए पावर कारपाेरेशन अब बिजली घरोंं से लेकर सभी वर्ग के उपभोक्ताओं के घरोंं में प्री-पेड बिजली मीटर लगाने की तैयारी में है। बीते दिनों इसका टेंडर भी हो चुका है।जिले में प्री-पेड मीटरोंं को लगाने की जिम्मेदारी पोलेरेसिस कंपनी को दी गई है। पहले चरण में सभी बिजली घरोंं पर मीटर लगाने का सर्वे कंपनी द्वारा पूरा कर दिया गया है। अब दूसरे चरण में डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसमिशन के साथ ही कॉमर्शियल उपभाेक्ताओं का सर्वे कर प्रीपेड मीटर लगेंगे। इसके बाद चौथे चरण में वृहद अभियान चलाकर घर-घर प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।प्रीपेड मीटर लगने से बिजली चोरी पर अंकुश लग जाएगा। उपभोक्ता जितने का रिचार्ज करेगा उसको उतनी ही बिजली उपभोग करने को मिलेगी। वहीं उपभोक्ताओंं को बकाया बिल जमा करने के लिए बिजली घरोंं का चक्कर काटने से निजात मिल जाएगी। इसके अलावा बिजलीकर्मियों को भी बकाया वसूली करने के लिए उपभोक्ताओं के घरों तक दौड़ लगाने से छुटकारा मिल जाएगा।प्रीपेड बिजली मीटर में एक रिले (एक स्वचालित स्विच) है जो कोई यूनिट नहीं रहने पर बिजली काट देगा। जब आप रिचार्ज करेंगे, तो संतुलन बढ़ जाएगा और रिले फिर से बिजली प्रवाहित करने लगेगी। प्रीपेड बिजली सैद्धांतिक रूप से सेल्यूलर टेलीफोन विकल्प के समान काम करेगी।
उपभोक्ता : चार लाख 25 हजार
उपकेंद्र : 41
फीडर: 231
ट्रांसफाॅर्मर : 30 हजार
दूसरे चरण का चल रहा सर्वे-
अब साधारण मीटरों को हटवाकर उनके स्थान पर प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। पोलेरेसिस कंपनी सर्वे का काम कर रही है। पहले चरण का सर्वे पूरा हो गया है। अब दूसरे चरण का सर्वे कराया जाएगा। साल के अंत तक सभी घरों में प्रीपेड मीटर लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। - संजय कुमार, अधिशासी अभियंता