लखनऊ :
प्राचीन हनुमान मंदिर देवी खेड़ा में विशाल भंडारे का हुआ आयोजन।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के रायबरेली रोड़ देवी खेड़ा तेलीबाग स्थित प्राचीन हनुमान महाराज मन्दिर मे शनिवार को विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। जहां पूजा अर्चना के बाद दोपहर से प्रारंभ होकर हरी इच्छा तक भण्डारा चलता रहा और हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
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बताते चले कि उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र लखनऊ मे जेष्ठ माह के प्रथम मंगलवार से विशाल भण्डारे का आयोजन की परम्परा प्रचीनकाल से चली आ रही है।
बदलते समय के साथ भंडारों का ट्रेंड भी बदला है। पहले जहां भंडारे के प्रसाद के तौर पर गुड़धनिया चना बताशे बेसन के लड्डू बूंदी और शर्बत ही बंटता था। वहीं धीरे-धीरे भंडारे में पूड़ी-सब्जी भी बांटी जाने लगी।
इसी क्रम से हमुमान जी महराज मन्दिर देवी खेड़ा तेलीबाग मे जेष्ठ माह के 8 जून शनिवार को श्री हनुमान जी महाराज मन्दिर देवी खेड़ा तेलीबाग मे पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरण शुरु किया।
मन्दिर के पीठाधीश्वर राम लखनऊ महराज ने बताया कि बिगत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी वरिष्ठ पत्रकार ज्ञान प्रकाश अग्निहोत्री, अवधेश सिंह,अधिवक्ता अरुण वर्मा, राजन वर्मा, मनीष साहू,नवीन वर्मा समेत कालोनी वासियों के सहयोग से विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया,बाली जी कृपा से हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण किए।
■ गौरतलब हो - लखनऊ में बड़ा मंगल की परंपरा करीब 400 वर्ष पहले की है। अलीगंज के पुराने हनुमान मंदिर की स्थापना नवाब शुजाउद्दौला की बेगम और दिल्ली की मुगलिया खानदान की बेटी आलिया बेगम ने करवाई थी। 1792 से 1802 के बीच मंदिर का निर्माण हुआ था। कथानक है कि बेगम के सपने में बजरंगबली आए थे। बजरंगबली ने सपने में एक टीले में प्रतिमा होने का हवाला दिया था। बड़ी बेगम ने टीले को खोदवाया और बजरंगबली की प्रतिमा को हाथी पर रखकर मंगाया था तब से यह परम्परा अधुनिकता तो समेत हुए चली आ रही।