लखनऊ:
टोल टैक्स व अमूल दूध के दाम बढ़ाकर जनता के साथ मोदी ने किया छल:प्रमोद तिवारी।
दो टूक : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर चुनाव के ठीक बाद टोल टैक्स तथा अमूल दूध के दामों में बढोत्तरी को लेकर जनता के साथ एक और छल तथा विश्वासघात करार दिया है। वहीं उन्होनें मतगणना को लेकर कांग्रेस व विपक्षी इण्डिया गठबंधन द्वारा चुनाव आयोग से पहले बैलेट पेपर की गिनती की मांग को निष्पक्ष चुनावी पारदर्शिता के लिए अपरिहार्य ठहराया है।
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विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार का मंहगाई से एक बार फिर सीधा रिश्ता उजागर हुआ है। उन्होने कहा कि चुनाव के ठीक बाद टोल टैक्स में पांच प्रतिशत टैक्स बढोत्तरी से सफर मंहगा हुआ है। वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि अमूल तथा मदर डेयरी ने दूध के दामों में दो रूपये प्रति लीटर बढोत्तरी के सरकार के फैसले से बच्चों की खुराक तक मंहगी हुई है। उन्होनें पीएम मोदी पर तंज कसा कि मंहगाई का एम से भाजपा का जुड़वा रिश्ता है। उन्होनें कहा कि एम से मंहगाई और एम से ही मोदी की पहचान देश की जनता को लगातार पीडा दे रही है।
राज्यसभा मंे विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने चुनाव आयोग में कांग्रेस और इण्डिया गठबंधन द्वारा मतगणना में ईवीएम की गिनती से पहले बैलेट पेपर गिने जाने को कानूनन जायज ठहराया है। उन्होनंे कहा कि 1961 में बने कानून के तहत अब तक सबसे पहले बैलेट पेपर की ही गिनती होती आयी है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मतगणना में पहले भी बैलेट पेपर और बाद में बैलेट की गिनती होती रही अब पहले पोस्टल बैलेट तथा ईवीएम की गिनती की प्रक्रिया बनायी गयी है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्ष ने आयोग से यही आशंका जतायी है कि आखिर इस बार मतगणना की व्यवस्था में पोस्टल बैलेट को पहले न गिने जाने का आधार क्या हैघ् उन्होनें कहा कि कांग्रेस ने अपनी इसी संवैधानिक बात को आशंका के रूप में निर्वाचन आयोग के समक्ष अनुरोधपूर्वक रखा है। उन्होनें कहा कि देश में चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष होनी ही नहीं बल्कि यह निष्पक्षता दिखलायी पड़नी चाहिए। उन्होनें कांग्रेस की जतायी आशंका को लेकर सरकार के मंत्रियों की आयोग से इस पहलू पर मुलाकात पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार का आयोग में जाना चोर की दाढ़ी में तिनका ही प्रदर्शित कर गया है। वहीं राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री का जनता के नाम लिखे गये पत्र पर भी तीखी प्रतिक्रिया में कहा कि दस साल में मंहगाईए बेरोजगारी और सीमाओं पर असुरक्षा मोदी सरकार को आदर्श सरकार नहीं बल्कि जनता पर बोझ उठाने की पीड़ा दे गयी है। उन्होनें कहा कि कश्मीर में मोदी सरकार ने तीन सौ सत्तर हटाने के बाद भी खुद भाजपा का प्रत्याशी न दे पाना सरकार के हर मोर्चे पर अब तक की सबसे बड़ी विफलता को भी लगातार साबित करता आ रहा है। एग्जिट पोल को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि पिछले कई चुनावों की तरह यह एग्जिट पोल फिर झूठे साबित होंगे और इण्डिया गठबंधन देश में नई सरकार बनाने जा रही है। उन्होेनंे गठबंधन के कार्यकर्ताओं से मतगणना अभिकर्ता के रूप में साहस और हौंसले के साथ हर एक मत की निगरानी में सतर्क रहने को भी कहा है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का बयान सोमवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।