रविवार, 9 जून 2024

सुल्तानपुर: पुलिस ट्रेनिंग केंद्र के मेजर की सड़क हादसे में मौत,पत्नी ने भी तोड़ा दम।||Sultanpur: Major of Police Training Center dies in road accident, wife also died.||

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सुल्तानपुर: 
पुलिस ट्रेनिंग केंद्र के मेजर की सड़क हादसे में मौत,पत्नी ने भी तोड़ा दम।
दो टूक : सुल्तानपुर नगर कोतवाली क्षेत्र मे पुलिस ट्रेनिंग के मेजर राम केवल व उनकी पत्नी की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब वह लाइन से गणना  लेकर  घरेलू समान लेने पत्नी के साथ शहर जा रहे थे।
बताया जा रहा कि स्थानीय एक मनबढ ढाबा संचालक के चार पहिया वाहन से घटना हुई है।
विस्तार :
सुल्तानपुर जनपद के अमहट पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में मेजर के पद पर कार्यरत जनपद मऊ जिले के घोसी तहसील क्षेत्र का निवासी
राम केवल रविवार की सुबह पुलिस ट्रेनिंग कालेज मे गणना करने के बाद वह अपनी 
बाइक यूपी 33 बीसी 6996 से पत्नी के साथ समान लेने बाजार जा रहे थे कि रास्ते तेजरफ्तार स्काँर्पियो यूपी 44 ए के 4406 के चालक लपरवाही पूर्वक बाइक मे टक्कर मार दी जिससे दम्पति की मौके पर मौत हो गई। स्काँर्पियो चालक वाहन छोड़कर भाग गया। राहगीरों की सूचना पर पहुची पुलिस ने शवो  को कब्जे मे लेकर विधिक कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घटना की सूचना उच्चधिकारियों समेत मृतक के परिजनों की दी।
 IPS बृजेश मिश्रा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही सेंटर के सभी लोगों की तरफ से गहरा दुःख व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की गई। उन्होंने बताया कि मृतक मेजर सुबह गणना लेने के बाद लगभग 9:30 बजे पत्नी के साथ दैनिक उपयोगी सामान लेने सुल्तानपुर शहर की तरफ निकले ही थे तभी दंपति हादसे का शिकार हो गए। अभी जवान की उम्र लगभग 42 वर्ष ही थी, इस घटना की हम लोग पूरी जांच करायेंगे ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। दुःख की इस घड़ी में हम सभी लोग परिवार वालों के साथ हैं। मृतक के बच्चों का ट्रेनिंग सेंटर की तरफ से पूरा ख्याल रखा जाएगा जो हर संभव मदद होगी उपलब्ध कराई जाएगी।
 सड़क हादसे की सूचना मिलते स्वजनों मे कोहराम मच गया । हादसे के बाद पुत्र सर्वेश, अभिषेक तथा श्वेता के सिर से माता पिता का साया उठ गया है। 
ढाबा संचालक की गुंडागर्दी से रोडवेज का बना है अस्थाई अड्डा:।
लखनऊ बनारस राजमार्ग स्थित अमहट से महज 6 किलोमीटर दूर सरकारी बसों के रुकने का अड्डा बना हुआ है जहां पर यात्रियों से कमाई की जाती है। अवैध बस स्टॉपेज की जानकारी पर जब एआरएम ने जाकर पड़ताल किया तो टीम पर हमला भी हुआ था लेकिन पहुँच और पकड़ के कारण मामला ठंढा पड़ गया।