अम्बेडकर नगर :
जनपद में औषधि केंद्र पर 50 फीसदी दवाएं उपलब्ध नहीं।
◆मेडिकल स्टोर से जरूरी दवाएं खरीद रहे मरीज।
◆जिले में 10 जगहों पर संचालित है औषधि केंद्र।
।।ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : अंबेडकर नगर जनपद में गरीबों को सस्ते में दवा देने के लिए खोली गई जन औषधि केंद्रों पर जरूरी दवा न होने से मरीजों को मेडिकल स्टोर पर जाकर महंगी दाम पर लेनी पड़ रही है। जिला अस्पताल में संचालित औषधि केंद्र पर करीब 50 फीसदी जरूरी दवाएं नहीं है।
जिले में आम आदमी को सस्ती कीमत पर दवा मुहैया कराने के लिए 10 जगहों पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र संचालित किए गये थे। इनमें अधिकतर जन औषधि केंद्र दवा न होने के कारण बन्द रहती है। वहीं जिला अस्पताल में संचालित प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र तो खुला रहता है, लेकिन यहां पर भी करीब 50 फीसदी जरूरी दवा नहीं है।
जन औषधि केंद्रों के संचालक अधिकांशतः आजमगढ़ या सुल्तानपुर से जेनेरिक दवाएं मंगाते हैं। इन केंद्रों पर दवाओं की सप्लाई का काम गुंजल इंटरप्राइजेज लखनऊ को मिला है। जिला अस्पताल में संचालित जन औषधि केंद्र में पैरासिटामॉल 650, बीपी की दवा टेलमी शार्टन 40, सर्वाइकल दर्द के लिए प्रीगाबालिन 75, आयरन और कैल्शियम सीरप, बच्चों का पोषण आहार, एंटी बायोटिक दवा सीफैक्जिम 200, विटामिन ई 400, एमाक्स 625, आई ड्राप सीएमसी, यूरिक एसिड बढ़ने पर दी जाने वाली दवा फेबूस्टेट, घाव सुखाने के लिए दिया जाने वाला इंजेक्शन टैजोवेक्टम नहीं हैं। केंद्र में लगभग 600 प्रकार की दवाएं रहती हैं, लेकिन मौजूदा समय में सिर्फ 50 फीसदी दवाएं ही बची हैं।
*सस्ते दाम पर मिलती है दवा*
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर बाजार भाव से लगभग पांच गुना काम दाम पर जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराए जाने की योजना सरकार की थी। इन दवा दुकानों पर सरकार की तरफ से बाजार भाव से करीब 6 गुना कम रेट पर 600 तरह की जेनरिक दवाएं बिक्री को मुहैया कराई जाती हैं, जिससे आम लोगों को महंगी दवाएं कम दाम पर मिल सकें।
सीएमओ डॉक्टर राज कुमार ने बताया कि जन औषधि केंद्रों में दवाएं न होने की बात संज्ञान में आई है। केंद्र संचालकों का कहना है कि जल्द ही दवाओं का स्टाक आ जाएगा। मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसको लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।