दो टूक, गोण्डा- जिला प्रशाशन की लापरवाही स्थानीय लोगों पर कभी भी भारी पड़ सकती है और किसी की जान भी जा सकती है। लोग बांस बल्ली के अस्थाई पुल से जलमग्न सरयू नहर को जान जोखिम मे डालकर पार कर रहे हैँ और जिम्मेदार लोग मौन बने हैँ। कुछ माह पूर्व एसडीएम सदर ने मौके की जांचकर समस्या समाधान का आश्वाशन भी दिया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पूरा मामला विकासखंड इटियाथोक के अंतर्गत शिवपुरिया पंचायत का है। यहाँ अमारेभरिया व अहिरनपुरवा के बीच से होकर गुजरने वाली सरयू नहर खंड-दो पर एक अदद पुल निर्माण की मांग स्थानीय लोग करीब बीस वर्षों से लगातार कर रहे हैँ। जनप्रतिनिधियों द्वारा बार-बार आश्वासन के बावजूद पुल निर्माण न होने पर ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार की घोषणा बीते लोकसभा चुनाव मे की थी। उस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण पुल नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए - जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाया था। साथ ही इस समस्या का समाधान न होने पर लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार की घोषणा की थी। लंबे समय से सरयू नहर पर पुल का निर्माण न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने ज़ब मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया तो जिला प्रशाशन के हाथ पांव फूल गए।
उस वक्त एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी, इंचार्ज तहसीलदार देवेंद्र कमार व बीडीओ अभय कमार सिंह गांव में पहुंचे और स्थिति की पूरी जानकारी ली। एसडीएम ने ग्रामीणों और प्रधान प्रतिनिधि से वार्ता कर समस्या के जल्द समाधान का आश्वाशन भी दिया और सभी से मतदान करने की अपील की।
प्रधान प्रतिनिधि सोमेश्वर नाथ पांडेय ने बताया की ग्रामीणों ने उस वक्त एसडीएम के बात पर यकीन करते हुए मतदान भी किया और सरकार भी बन गई। उन्होंने कहा की इतना समय बीत गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और स्थिति जस की तस बनी हुई है। कहा की गाँव के लोग बांस बल्ली से बने इस जुगाडू पुल से पैदल और साईकिल व अन्य वजनी सामान लेकर जान हथेली पर रखकर आवागमन करते हैँ। किसी दिन पानी से लबालब भारी नहर मे गिरकर किसी की जान भी जा सकती है, जिसकी कोई फ़िक्र जिला प्रशाशन को नहीं है।। गोण्डा से प्रदीप पांडेय की रिपोर्ट।।