कुशीनगर :
गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचा जिला प्रशासन।
दो टूक : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में गण्डक नदी में लगभग 5 लाख क्यूसेक से ऊपर पानी नेपाल के बाल्मीकिनगर बैराज से छोड़े जाने के कारण नदी का जल स्तर बढ़ गया है।, जिससे की मरचहवा, शिवपुर, बसंतपुर, नारायणपूर, हरिहरपुर, सोहगी बरवा आदि ग्रामों में जलस्तर भी बढ़ा। जलस्तर बढ़ने से प्रभावित ग्रामों और (कृषि कार्य करने गए नदी उस पार) फसे हुए लोगों हेतु किए जा रहे रेस्क्यू कार्यों का विधायक खड्डा विवेकानंद पांडेय, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा एवं पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल संयुक्त रूप से जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ जायजा लेने पहुंचे। ग्राम वासियों तथा रेस्क्यू हुए लोगों से संवाद भी किया तथा उन्होंने अपर जिलाधिकारी एवं उप जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जो लोग भी फंसे हुए हैं उन्हें तत्काल रेस्क्यू कर लिया जाए तथा सभी घरों को भी एक बार पुनः चेक कर लिया जाए या तलाशी ले लिया जाए । जिससे कि कोई भी व्यक्ति छूट न पाए साथ ही साथ सभी बाढ़ राहत शिविर स्थल, शरणार्थी स्थल, तथा कम्युनिटी किचन को सक्रिय कर दिया जाए। जिससे कि किसी प्रकार की कोई भी ग्राम वासियों को असुविधा न हो । पशुओं के लिए भी उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने सभी ग्राम वासियों से अपील किया की सुरक्षित एवं चिन्हित उचित स्थान पर ही आप सब लोग ठहरे एवं खान पान बनाए । चिकित्सा एवं अन्य राहत खाद्य सामग्री भी उचित मात्रा में वितरित किया जाए।
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए खड्डा विधायक विवेकानंद पांडे ने बताया कि कल दोपहर कृषि कार्य करने गए 60 से अधिक लोग नेपाल बाल्मिकी बैराज से 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने के उपरांत नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी उस पार फंस गए थे। जिसे जिला प्रशासन, एसडीआरएफ टीम आदि के द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया है। राहत सामग्री सभी में समान रूप से वितरित किया जायेगा। मीडिया कर्मियों से बात करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि कल धान की रोपनी तथा अन्य कृषि कार्य करने गए ग्रामसभा के कुछ लोग फंस गए थे। जलस्तर बढ़ने के बाद एसडीआरएफ राज्य आपदा मोचक बल, स्थानीय जिला प्रशासन एवं पुलिस बल, आपदा मित्रों की सहायता से 60 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। अब सभी लोग सुरक्षित है। एसडीआरएफ की टीम को निर्देशित भी किया गया है कि सभी ग्रामों में स्थित घरों को एक बार पुनः तलाशी कर ले जिससे कि कोई व्यक्ति छूट न पाए। हमारी प्राथमिकता है कि सभी लोग सुरक्षित चिन्हित स्थलों पर पहुंचा दिए जाए तथा कोई अगर फसा हो तो उसे तुरंत रेस्क्यू किया जाए। उन्होंने बताया कि बाढ़ के सम्बन्ध में जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण तैयारी, राहत व बचाव हेतु उपाय किए गये हैं। अपर जिलाधिकारी (वि/रा) कुशीनगर , उपजिलाधिकारी खड्डा , राजस्व निरीक्षक, लेखपाल, पुलिस कर्मी यहां पर अटैंटिव (सतर्कता) और सक्रिय होकर लगातार कार्य कर रहे है। हालांकि पानी अब स्थिर हो गया है, कुछ स्थानों पर आबादी तक पानी पहुंच गई थी, वहां के लोगों को भी सुरक्षित स्थल पर पहुंचा दिया गया है तथा राहत सामग्री की भी समुचित व्यवस्था की गई है।बाढ़ बचाव हेतु आपदा मित्र भी तैनात है। बाढ़ प्रभावित ग्रामों शिवपुर, बसन्तपुर, मरचहवा, हरिहरपुर, नरायनपुर में पूर्व में राहत चौपाल का आयोजन भी किया गया था। उन्होंने इसी क्रम में बड़ी गण्डक नदी के किनारे आवासित समस्त ग्रामवासियों से अपील किया गया है कि :-
कोई भी जर्जर व बाढग्रस्त क्षेत्र के कच्चे मकान में रात्रि विश्राम न करें। बिजली के खम्भों से दूर रहे। बिजली के उपकरणों का प्रयोग न करें।अपने जानवरों एवं उपयोगी सामान ऊँचाई पर सुरक्षित स्थानों पर रखें।विषधर जीवों (सॉप, बिच्छू आदि) से सतर्क रहे।बाढ़ आने पर किसी ऊँचे स्थान बन्धा या बाढ़ शरणालय में चले जायें।ड्यूटी पर लगे बाढ़ राहत अधिकारियों/कर्मचारियों के निर्देशों का अनुपालन करें।
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने कहा कि बाढ़ के संवेदनशीलता को देखते हुए नेपाल वाल्मीकि बैराज से चार लाख से क्यूसेक से ऊपर पानी छोड़ा गया था जिसकी वजह से नदी का जलस्तर भी बढ़ा है। अब पूरी टीम की सहायता से सभी को सकुशलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है। पूरी पुलिस प्रशासन इसमें सक्रिय होकर कार्य कर रही है। एसडीआरएफ टीम भी सक्रिय होकर यहां तैनात रहेगी। आपदा मित्र भी लगातार सतर्कता से अपना योगदान दे रहे है। बाढ़ चौकियों/ संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा की स्थिति में ग्रामवासी जिला प्रशासन कुशीनगर के आपदा राहत कण्ट्रोल रूम का नम्बर-05564-240590 तथा मो0नं0 9454416282 एवं टोल फ्री नम्बर-1077 पर सम्पर्क कर सकते है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव मिश्रा, उप जिलाधिकारी खड्डा ऋषभ पुंडीर, नायब तहसीलदार खड्डा, आपदा एक्सपर्ट रवि राय, पुलिस चौकी इंचार्ज, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल, ग्राम प्रधान तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।