लखनऊ :
संकटों से दूर होता है श्री शिवापराधक्षमापन पढ़ने वाला : डॉ० समीर त्रिपाठी।।
दो टूक : लखनऊ आशियाना के पॉवर हॉउस चौराहा के निकट स्थित मेधज एस्ट्रो द्वारा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रविवार पूर्वाहन आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा रचित "श्री शिवापराधक्षमापन स्तोत्रम" का मेधज एस्ट्रो के यूट्यूब चैनल पर विमोचन किया गया । इस मौके पर मेधज के संस्थापक डॉ० समीर त्रिपाठी, उनकी मां रेखा त्रिपाठी व भाई गुंजन त्रिपाठी के द्वीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुवात हुई । जहां डॉ० समीर त्रिपाठी ने स्तोत्रम कों स्वर दिया, वहीं सुरेश खरे व ओमी ने संगीत दिया है । इस मौके पर डॉ० समीर त्रिपाठी ने कहा कि कल से पवित्र सावन का महीने की शुरुवात हो रही है । सावन मास भगवान भोले की आराधना और अपराधों के लिए क्षमा का सर्वोत्तम मास है और इस माह में "श्री शिवापराधक्षमापन" स्तोत्रम का अपना विशेष महत्व है । सावन माह की शिव आराधना कलयुगी ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करने में सहायक सिद्ध होता है । डॉ० समीर ने गुरु की महत्ता को बताते हुए कहा कि माता और पिता के बाद गुरु का ही स्थान आता है और गुरु हर समस्या का समाधान है । उन्होंने कहा कि हिंदू समाज 84 संप्रदायों में बंटा हुआ था । द्वैत और अद्वैत के बीच बड़ी लड़ाई थी लेकिन आदिगुरु शंकराचार्य जी ने शास्त्रार्थ कर सबको एक किया । आयोजन के उपरांत भंडारे का आयोजन किया जिसमें भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया ।