मंगलवार, 23 जुलाई 2024

लखनऊ : सराहनीय और स्वागत योग्य है केंद्रीय बजट : आईआईए।||Lucknow : The Union Budget is praiseworthy and welcome: IIA.||

शेयर करें:
लखनऊ : 
सराहनीय और स्वागत योग्य है केंद्रीय बजट : आईआईए।।
एमएसएमई के कौशल और रोजगार पर ध्यान देना सरकार का सराहनीय कदम।
दो टूक : इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) के लखनऊ चैप्टर के चेयरमैन विकास खन्ना ने जानकारी देते हुए बताया कि एमएसएमई की एक शीर्ष संस्था ने आईआईए ने अपने सभी चैप्टर मुख्यालयों में केंद्रीय बजट का अवलोकन कर चर्चा सत्र का आयोजन किया । इस मौके पर आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने वित्त मंत्री द्वारा बजट भाषण में की गई घोषणाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एमएसएमई को वित्त पोषण, विनियामक परिवर्तन और प्रौद्योगिकी में समर्थन के लिए की गई घोषणाएं स्वागत योग्य हैं । नीरज सिंघल ने कहा कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में एमएसएमई को तीन प्रमुख क्षेत्रों में पर्याप्त समर्थन प्रदान किया जाता है तो भारतीय एमएसएमई फलने - फूलने लगेगी । एमएसएमई में कुशल श्रमशक्ति की अनुपलब्धता एक बड़ी बाधा है जो एमएसएमई की गुणवत्ता और उत्पादकता को प्रभावित कर रही है । ऐसे वित्त मंत्री द्वारा बजट सत्र में 5 वर्षों में 20 लाख युवाओं को कौशल प्रदान कर रोजगार से जुड़ने का प्रोत्साहन देना निश्चित रूप से समस्या का बड़ा हल है । श्रमशक्ति का कौशल विकास आईआईए के मिशन को आगे ले जाने में मददगार साबित होगा । श्री सिंघल ने कहा कि आईआईए जल्द ही बजट के बारीक विवरणों का अध्ययन कर वित्त मंत्री को अपनी प्रतिक्रिया देगा । आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गोयल ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आईआईए संकट की अवधि में एमएसएमई को ऋण सहायता की मांग लंबे समय से करता चला आ रहा है जिसे इस बजट में पूरा कर दिया गया । यह सहायता एमएसएमई को कमजोर व बंद होने से बचाएगी और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी । बजट में इज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस पर ध्यान केंद्रित करना सराहनीय और स्वागत योग्य कदम है लेकिन वांछित परिणाम के लिए स्टॉक होल्डर्स के साथ घनिष्ठ बातचीत में जमीनी स्तर पर सरकारी प्रयासों कर निगरानी की आवश्यकता होगी । आईआईए के महासचिव आलोक अग्रवाल ने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए 2.66 लाख करोड़ रुपये और बुनियादी ढांचे के लिए 11,11,111 करोड़ रुपये का प्रावधान निश्चित रूप से एमएसएमई के लिए अप्रत्यक्ष रूप से मददगार साबित होगा और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा । श्री अग्रवाल ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र के लिए कई घोषणाएं की गई हैं लेकिन बजट आवंटन में पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया है । पूर्व में देखा गया है कि एमएसएमई क्षेत्र को कुल बजट का नगण्य हिस्सा मिलता था लेकिन इस बजट में आईआईए को उम्मीद है कि एमएसएमई क्षेत्र के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया जाएगा  । आईआईए के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अवधेश अग्रवाल ने बजट पर उम्मीद जताते हुए कहा कि आयकर अधिनियम 1961 के समीक्षा की घोषणा करदाताओं की लाभ प्रक्रिया को सरल बनाएगी । उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे कर प्रणाली सरल होती हैं, सरकार के राजस्व में इजाफा होता है । अग्रवाल ने कहा कि मुकदमेबाजी और अपील प्रणाली को आसान बनाने की घोषणा स्वागत योग्य हैं । आईआईए के जीएसटी समिति के अध्यक्ष शशांक शेखर ने एमएसएमई के लाभ के लिए की गई घोषणाओं का स्वागत करते हुए कहा कि बिना गारंटी के टर्म लोन, मुद्रा लोन की सीमा में वृद्धि ट्रेड में अनिवार्य ऑनबोर्डिंग के लिए बढ़ा हुआ दायरा खाद्य विकिरण के लिए एमएसएमई इकाइयां, गुणवत्ता और सुरक्षा परीक्षण और घरेलू उद्योगों के लाभ के लिए सीमा शुल्क में कमी/छूट शामिल है । बजट अवलोकन चर्चा सत्र में पूर्व अध्यक्ष आईआईए वीके अग्रवाल, प्रदीप गुप्ता अध्यक्ष एमएसएमई नीतियां और योजनाएं समिति के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, अमन अग्रवाल चेयरमैन आईआईए, अंतर्राष्ट्रीय मामलों की समिति अलकेश सोती, डिविजनल चेयरमैन देवीपाटन मंडल, प्रमित कुमार सिंह डिविजनल चेयरमैन आईआईए अयोध्या मंडल, राजीव बंसल डिविजनल चेयरमैन लखनऊ मंडल, विकास खन्ना चेयरमैन लखनऊ चैप्टर, कैप्टन राजेश तिवारी चेयरमैन बाराबंकी चैप्टर समेत उदित आजाद चेयरमैन रायबरेली चैप्टर समेत तमाम लोगों ने अपने विचार रखे ।