लखनऊ :
रीतिक हत्याकांड: हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए ब्राहम्ण समाज ने निकाला कैंडिल मार्च।
थाने में प्रदर्शन कर आरोपियो की दो दिनो के भीतर गिरफ्तारी की मांग।
दो टूक : लखनऊ के बन्थरा मे बिजली विवाद मे हुई रीतिक पाण्डेय हत्याकांड की घटना के पांच दिन बाद भी हत्या आरोपियो की गिरफ्तारी ना होने से नाराज ब्राहम्ण समाज गुरुवार को सैकड़ो की संख्या मे सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए थाने का घेराव किया इसके बाद मोमबत्ती लेकर थाने से मृतक के घर तक हाथो में मोमबत्तिया लेकर कैंडिल मार्च निकाल कर
आरोपियो की दो दिनो के भीतर गिरफ्तारी की मांग किया है।
विस्तार :
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक पांडेय व ब्राहम्ण नेता नागेश्वर द्विवेदी के नेतृत्व में गुरुवार देर शाम बंथरा थाने पहुंचे सैकड़ों लोगों से थाना प्रभारी राम सिंह ने 10 सदस्यीय टीम को कार्यालय में मौजूद एसीपी कृष्णा नगर विनय द्विवेदी से वार्ता कराने को कहा। लेकिन ब्राहम्ण समाज के लोग पुलिस की सुस्त कार्यशाली से इतना नाराज थे कि उन्होंने कमरे के अन्दर बैठकर बात करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि जो भी बात होगी, वह खुले में सबके सामने होगी। इस पर एसीपी ने बाहर निकल कर तीन दिन के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आश्वासन दिया। लेकिन मौजूद लोग इस बात पर तैयार नहीं हुए। उनकी मांग थी कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये और उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाए। एसीपी ऐसी कार्रवाई को तैयार नहीं हुए तो असंतुष्ट ब्राह्मण समाज के लोगों ने थाना परिसर में ही घेराव व प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद ब्राहम्ण समाज के लोगों ने कैंडिल मार्च निकाले। ब्राहम्ण समाज के नेताओं ने पुलिस को अल्टीमेटम देते हुये कहा कि दो दिन के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर रविवार को थाने पर जोरदार धरना- प्रदर्शन करेंगे। पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा व दारोगा को हटाये जाने की मांग की। इस मौके पर प्रवीण अवस्थी, प्रधान ललित शुक्ला, अमित तिवारी, डीडीसी अमरेन्द्र भारद्वाज, अविचल शुक्ला, आशीष त्रिवेदी, अंजनी मिश्रा, भाकियू नेता सचिन मिश्रा, प्रधान अभय दीक्षित, अभिषेक दीक्षित, आलोक द्विवेदी, डीडी त्रिपाठी सहित ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोग शामिल रहे।
दबंगों ने रीतिक को पीट पीटकर उतारा था मौत के घाट।।
बताते चले कि - बीते मंगलवार को बंथरा में ब्राह्मण युवक रितिक पांडे की घर में घुसकर कुछ लोगों बेरहमी से पीट-पीट कर निर्मम हत्या कर दी थी और इस तरह की दुस्साहसिक घटना प्रदेश में पहली नहीं है आखिर उन मन बढ़ अपराधियों को किसका संरक्षण था जो घटना के पांच दिन बाद भी बंथरा पुलिस एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है ।
नाराज पुलिस कमिश्नर ने लपरवाह के थाना प्रभारी निरीक्षक और दो दरोगा समेत एक पुलिस कर्मी को निलम्बित कर दिया इसके बाद भी हत्यारोपियों गिरफ्तार करने मे कमिश्नरेट पुलिस नाकाम है। जाहिर सी बात है अपराधियों को कही न कही से राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है।