सोमवार, 15 जुलाई 2024

मऊ : ऑनलाइन अटेंडेंस् के विरोध में शिक्षकों ने जिला मुख्यालय किया प्रदर्शन।||Mau: Teachers protested at the district headquarters against online attendance.||

शेयर करें:
मऊ : 
ऑनलाइन अटेंडेंस् के विरोध में शिक्षकों ने जिला मुख्यालय किया प्रदर्शन।।
।। देवेन्द्र कुशवाहा ।।
दो टूक : मऊ जनपद में शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा उत्तरप्रदेश के निर्देशन में सम्पूर्ण प्रदेश में हो रहे विरोध व ज्ञापन कार्यक्रम के अनुक्रम में, जनपद मुख्यालय पर जनपदीय मोर्चे के आह्वान पर संगठन के सदस्यों व समर्थकों की विशाल सँख्या अपनी 'सात सूत्रीय मांग' एवं डिजिटाइजेशन व ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में विरोध प्रदर्शन करते हुए भारी संख्या में शिक्षकों ने मा.मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी मऊ को सौंपा। आप को बता दें कि  विगत आठ जुलाई से प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में महानिदेशक के ऑनलाईन हाजिरी व डिजिटाइजेशन के आदेश का प्रदेश भर में लाखों शिक्षकों द्वारा विरोध प्रदर्शन एवं आक्रोश जारी है। जनपद मऊ के शिक्षकों के संयुक्त मोर्चा के संयोजक एवं प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नित्यप्रकाश यादव ने इसे तुगलकी फरमान की संज्ञा दी है ।तो वहीं मोर्चा के संयोजक एवं जूनियर हाईस्कूल (पू.मा.) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. रामविलास भारती ने इस आदेश को अव्यवहारिक एवं सेवा नियमो के विरुद्ध बताते हुए इसे तत्काल समाप्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को तनाव में रखकर बिना हमारी व्यवहारिक एवं तकनीकी समस्याओं को जाने जबरन कोई कार्यवाही करना उचित नहीं है।मोर्चे के संरक्षक/राज्य संयुक्त कर्मचारी परिषद के जिलाध्यक्ष रामाश्रय यादव ने शिक्षकों की मांगों को पहले स्वीकार करने की बात कही। मोर्चा के संयोजक एवं विशिष्ट बीटीसी एसोशिएशन के जिलाध्यक्ष अंजनी सिंह ने शिक्षक सस्याओं पर प्रकाश डाला। नीरज राय ने पुरानी पेंशन को पहले लागू करने की बात की। संगठन के प्रवक्ता एवं मंडलीय मंत्री अटेवा राजेश सिंह एवं बृजेश यादव ने ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश को पूर्णतः शिक्षक विरोधी बताया। महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष सावित्री ने कहा कि शिक्षिकाओं का गृह जनपद व आवास के निकट के विद्यालयों में स्थानान्तरण के बिना इस अव्यावहारिक नियम को मानना संभव नहीं होगा। सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मुखलाल यादव ने कार्यक्रम को समर्थन देते हुए ऑनलाइन हाजिरी को समाज में शिक्षकों की मान हानि का सरकार के साजिश का हिस्सा बताया। कार्यक्रम को प्रमुख रूप से राजेश राय,मनोज यादव,जंगशेर बहादुर राणा,कर्णप्रताप सिंह , धनंजय शर्मा, इन्द्र प्रताप राव, ब्रम्हानंद सिंह, अनवारुल हक, जनार्दन सिंह ,ज्ञानचंद कन्नौजिया, रिमझिम सिंह, रामविलास चौहान,वेदप्रकाश यादव,तारकेश्वर पाण्डेय , श्यामसुंदर यादव,  विवेकानंद यादव ,अखण्ड प्रताप सिंह आदि पदाधिकारियों ने सम्बोधित करते हुए अपना विरोध व्यक्त किया।