बुधवार, 24 जुलाई 2024

लखनऊ :STF ने अवैध असलहो की तस्करी करने वाले दो सौदागरों को किया गिरफ्तार।||Lucknow:STF arrested two dealers smuggling illegal weapons.||

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लखनऊ :
STF ने अवैध असलहो की तस्करी करने वाले दो सौदागरों को किया गिरफ्तार।।
दो टूक : उत्तर प्रदेश में अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले अन्तर्राजीय स्तर के दो तस्करों को यूपी एसटीएफ टीम ने लखनऊ थाना पारा इलाके गिरफ्तार कर कब्जे से 8 अवैध पिस्टल व 16 मैगजीन व एक चार पहिया वाहन बरामद किया। गिरफ्तार तस्करों को थाना पारा मे दाखिल कर अग्रिम विधिक कार्यवाही कर रही है।
विस्तार:
प्रमेश कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ उ०प्र० ने जानकारी देते हुए बताया कि यूपी एसटीएफ के निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक संतोष कुमार सिंह मु०आ० वरनाम सिंह, चन्द्र प्रकाश मिश्र, मुनेन्द्र सिंह, वीर प्रताप, यशवन्त सिंह, मु०आ० कमाण्डो विकास त्रिपाठी, चालक विष्णु कुमार एवं सुरेश सिंह की एक टीम जनपद लखनऊ में 24 जुलाई बुधवार भ्रमणशील थी इस दौरान मुखबिर की सूचना से ज्ञात हुआ कि अन्तर्राज्यीय स्तर पर असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्य स्विफ्ट डिजायर कार से आगरा एक्सप्रेस-वे से लखनऊ के रास्ते अमेठी जाने वाले है उनके पास अवैध असलहे है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा स्थानीय पुलिस को साथ लेकर जीरो प्वाइण्ट आगरा एक्सप्रेस-वे, थाना क्षेत्र पारा, लखनऊ के पास से घेराबन्दी कर चेकिंग शुरु कर दी। कुछ ही समय बाद संदिग्धों कार को रोककर तलाशी एवं जांच पड़ताल कर संदिग्ध युवकों हिरासत मे लिया।
 जिनके पास से अवैध पिस्टल एव कारतूस की बरामदगी हुई। जिनका नाम
मनीष गुप्ता नि० भैरवपुर, थाना-अकबरपुर, अम्बेडकरनगर। हाल पता न्यू आदर्श नगर, पिन्टो पार्क थाना गोला का मन्दिर, जनपद ग्वालियर मध्यप्रदेश । 2. शैलेन्द्र शर्मा  निवासी सी०पी० कालोनी, जनपद मोरार, ग्वालियर म०प्र०।
पूछताछ में मनीष ने बताया कि कादीपुर (सुलतानपुर) निवासी प्रमोद श्रीवास्तव उर्फ गुरूजी उसके बड़े भाई के दोस्त है जो मध्य प्रदेश से असलहा तस्करी करता था। लगभग 04 वर्ष पूर्व उसने ही इसकी मुलाकात म०प्र० के असलहा तस्करों से कराया था। तभी से यह भी अवैध असलहे की तस्करी में लिप्त है। मध्य प्रदेश के खण्डवा, खरगौन व बुरहानपुर में अवैध असलहे बनते है, जहाँ से विभिन्न प्रदेशो में सप्लाई होती है। यह पिस्टल की क्वालिटी के हिसाब से लगभग 10-15 हजार रूपये में म०प्र० से पिस्टल खरीदकर 20-25 हजार में सप्लाई करता है। 32 बोर, 9 एमएम व 30 बोर की सेमी आटोमैटिक एवं आटोमैटिक पिस्टल वहाँ पर बनती है। 30 बोर की पिस्टल की खरीद लगभग 50 हजार में होती है। ब्रस्ट फायर करने वाली आटोमैटिक पिस्टल 80 हजार में मिलती है। सामान्यतः 10-12 हजार तक की सादी पिस्टलों की ज्यादा बिक्री होती है। इन पिस्टलों में लगभग 10 हजार तक का इसे फायदा होता है। शुरूवात में यह मध्य प्रदेश से राजस्थान में असलहा सप्लाई करता था। करीब तीन साल पहले टॉक कोतवाली, राजस्थान में मुकदमा दर्ज होने के कारण वहाँ जाना छोड़ दिया। अब उ०प्र० के जनपद-इटावा, लखनऊ, अमेठी, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर आदि जनपदों में असलहो की सप्लाई करता है। विगत 3-4 साल में लगभग 200 से अधिक पिस्टलें बेच चुका है। 2-3 दिन पहले ही अपने 02 साथियों के साथ इसी कार से भीकनगांव खरगौन (म०प्र०) गया था, जहाँ सरदार केन सिंह से पिस्टले खरीदकर ग्वालियर लाया था। एक दिन ग्वालियर रूकने के बाद आज अपने साथी शैलेन्द्र शर्मा के साथ लखनऊ व अमेठी के लिए निकला था। प्रत्येक ट्रिप में अपने अलग-अलग साथी को साथ लेकर आता-जाता है। यात्रा के दौरान उनका ही मोबाइल फोन इस्तेमाल करता है। जिसको साथ ले जाता है उसके रहने, खाने-पीने के अलावा रू0 02-03 हजार अलग से दे देता है। अभियुक्त शैलेन्द्र शर्मा द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह मनीष का दोस्त है तथा लालच वश पिस्टलों की डिलेवरी हेतु उसके साथ आ गया था।
गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना पारा, जनपद लखनऊ में मु०अ०सं० 391/2024 धारा 3/5/25 (1) (ए)/25 (1) (बी)/25(8) आर्म्स एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराकर दााखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही सम्बन्धित थाना द्वारा की जायेगी।