रविवार, 11 अगस्त 2024

सुल्तानपुर। :पर्यावरण संरक्षण के तहत 1100 नीम पेड़ों से सजायी गयी नीम वाटिका।||Sultanpur. :Neem garden decorated with 1100 neem trees under environmental protection.||

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सुल्तानपुर। :
पर्यावरण संरक्षण के तहत 1100 नीम पेड़ों से सजायी गयी नीम वाटिका।
साहित्यकार जटायु,सर्वेश,राना,कान्ती सिंह ने किया अपील।।
दो टूक :  ज्येष्ठ माह में 48 डिग्री सेल्सियस तापमान और आषाढ़ एवं सावन के महीने में कहीं सूखा तो कहीं बाढ़ जैसे हालात चिंता का विषय है। मानव स्वयं ही इस दशा का जिम्मेदार है।वृक्षों की कटान से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है । आज पर्यावरण और जीवन के लिए लाखों नहीं करोड़ों पौधे रोपित करने की आवश्यकता है। पर्यावरण संरक्षण करने के लिए सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा  रहे हैं। सामाजिक संस्थाएं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। इसी क्रम में सुलतानपुर के गाना मिश्र का पुरवा निवासी बाजार कटका खानपुर के समाजसेवी सौरभ मिश्र विनम्र ने पर्यावरण संरक्षण करने के लिए एक अंगूठी पहल की है ।सौरभ द्वारा पांच बीघा जमीन में 1100 औषधीय और जीवनदायी नीम के पेड़  रोपित किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशुकवि मथुरा प्रसाद सिंह जटायु ने कहा वृक्ष सम्पदा से बड़ी कोई सम्पदा नहीं जो प्राणवायु उत्सर्जित करते हैं। पाठ्यपुस्तक लेखक एवं साहित्यकार सर्वेश कान्त वर्मा सरल ने कहा अतिवृष्टि,अनावृष्टि और मौसमी असंतुलन को पौधारोपण कर पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता है। वैसे तो पौधरोपण की जिम्मेदारी हम सब की है किंतु आज सौरभ मिश्रा विनम्र ने अपने हिस्से की जिम्मेदारी का निर्वहन किया इसी प्रकार हमें भी पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा तभी आने वाले कल में जन जीवन सुरक्षित हो पाएगा। राज बहादुर राना ने अपील किया कि पेड़ पर गिरती कुल्हाड़ी स्वयं के भावी जीवन पर गिर रही है।अतः बहुत जरूरी न हो तो तो पेड़ काटने से बचें।राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित कान्ती सिंह ने कहा जीवन की हरियाली के लिए धरती पर हरियाली होना जरूरी है।
बताते चलें श्याम कुमार मिश्र और राज कुमार मिश्र द्वारा मुहैया कराई गई भूमि पर सौरभ मिश्रा विनम्र ने अथक परिश्रम से 8 घंटे 22 मिनट में 1100 नीम के पौधे लगाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया है ।अब तक का यह पर्यावरण क्षेत्र में सबसे बड़ा रिकॉर्ड माना जा रहा है । सौरभ पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी इस अपार सफलता  का श्रेय अपने मार्गदर्शक और परम सहयोगी सर्वेश कान्त वर्मा को देते हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ साहित्यकार मथुरा प्रसाद सिंह जटायु ने फीता काटकर किया।इस मौके पर क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रतापगढ़ अमरजीत मिश्रा, प्रबंधक भोला सिंह, शीतला प्रसाद पाण्डेय,बृजेन्द्र मिश्रा,स्वमी चिन्मयानंद महराज, राष्ट्रीय महासचिव राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद भवानी प्रसाद शुक्ला, नफीसा खातून,वीर विक्रम सिंह,पवन कुमार यादव,सूरज विश्वास की उपस्थिति गौरवपूर्ण रही।