रविवार, 25 अगस्त 2024

अम्बेडकरनगर :प्रसूता की मौत परिजनों ने डाक्टर पर लपरवाही का आरोप लगा किया हंगामा।||Ambedkar Nagar:Family members created a ruckus accusing the doctor of negligence after the death of the pregnant woman.||

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अम्बेडकरनगर :
प्रसूता की मौत परिजनों ने डाक्टर पर लपरवाही का आरोप लगा किया हंगामा।
।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : अंबेडकर नगर के जलालपुर में 
नहीं थम रहा है प्रसूता की मौत का सिलसिला। एक बार  फिर गई प्रसुता की जान। कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग है इसका जिम्मेदार। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए काटा हंगामा। एफ आई आर हुआ दर्ज। परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जामकर तत्काल गिरफ्तारी की की मांग।
खबर जलालपुर कस्बे के अंतर्गत अयोध्या हॉस्पिटल की है जहां पर शनिवार को लगभग 2:00 बजे दिन में गुंजन चौहान पत्नी संजय चौहान निवासी इस्माइलपुर कंजा का प्रसव के दौरान  ऑपरेशन से बच्चा पैदा होता है और शाम 6:00 बजे जाते-जाते प्रसूता की तबीयत सीरियस हो जाती उसके बाद रात 10:00 बजे जाते-जाते प्रसूता की मृत्यु हो जाती है। अस्पताल के डॉक्टर अपने निजी गाड़ी से जिला अस्पताल भेज कर अपने सर पर लगे इल्जाम को हटाना चाह रहे थे परंतु जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रसूता का अपने यहां भर्ती न लेकर डॉक्टर की पोल खोल दी। वहीं पर जब अपर मुख्य चिकित्साधिकारी से हॉस्पिटल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि लगभग 2 महीने पहले अस्पताल को नोटिस जारी की गई थी वहां पर सक्षम डॉक्टर की उपस्थिति ना होने के कारण रजिस्ट्रेशन समाप्त कर दिया गया था । प्रश्न यह उठता है कि यदि हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन स्वास्थ्य विभाग ने समाप्त किया तो फिर हॉस्पिटल कैसे संचालित हो रहा था,इस पर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है। यदि समय रहते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल के खिलाफ कार्यवाही की होती तो शायद प्रसुता की मौत ना होती । बिगत दिनों समाचार प्रकाशित हुआ था कि अबीहा  डायग्नोस्टिक सेंटर के साथ-साथ अन्य कई डायग्नोसिस सेंटर पर कोई भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं बैठता फिर भी वहां पर अल्ट्रासाउंड हो रहा है । जब डायग्नोसिस सेंटर पर कोई सक्षम डॉक्टर नहीं बैठता तो रिपोर्ट में कितनी सच्चाई होगी इस पर प्रश्नचिन्ह बना हुआ है।फिर भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोई कार्यवाही ना करते हुए अबीहा डायग्नोस्टिक सेंटर को संचालित होने पर कोई भी प्रतिबंध न लगा कर लोगों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जिस प्रसूता की मृत्यु हुई है उसका भी अल्ट्रासाउंड अबीहा डायग्नोसिस सेंटर पर ही हुआ है । इससे यह प्रतीत होता है कि कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम अवैध पैथोलॉजी, अवैध डायग्नोसिस सेंटर और झोलाछाप डॉक्टरों पर क्यों मेहरबान है यह विचारणीय प्रश्न बना हुआ है। आक्रोशित मृतक प्रसूता के परिजन और ग्रामीण सड़क पर इकट्ठा होकर सड़क जाम कर प्रसूता की मौत के जिम्मेदार डॉक्टर व सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। अपर पुलिस अधीक्षक श्याम देव ने काफी मशक्कत के बाद जाम को हटवाया और लोगों को भरोसा दिलवाया की मृतिका के साथ हुई लापरवाही के जिम्मेदार लोगों के साथ अवश्य दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।