दो टूक, गोण्डा- यूपी सीएम और विजली मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रो मे 6 घंटे की बिजली कटौती और 18 घंटे विजली आपूर्ति का आदेश जारी कर रखा है, लेकिन इटियाथोक पावर हाउस क्षेत्र मे यह नियम लागू नहीं है। जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी सब यहाँ बेलगाम हैँ और दिन रात अघोषित बिजली कटौती से उपभोक्ता आक्रोषित हैँ।
क्षेत्र के अजय तिवारी, अनिल शर्मा, दुर्गेश मिश्रा, लवकुश शुक्ला, हरिओम तिवारी, कृष्ण गोपाल, अजय पांडेय, बबलू, पवन आदि ने कहा की गर्मी के शुरुवात से लगातार बिजली की अघोषित कटौती दिन रात हो रही है और सरकार व जनप्रतिनिधियों को जनता की समस्या का कोई ख्याल नहीं है। इन लोगों ने कहा की ग्रामीण क्षेत्र मे 18 घंटे की विजली आपूर्ति का निर्देश है लेकिन 24 घंटे मे अनेको किस्तों मे महज 8 से 10 घंटे की सप्लाई मिल पाती है। लोगो ने कहा की कभी ब्रेकडाऊन तो कभी बेंदुली से रोस्टिंग तो कभी सिटडाऊन तो कभी सिंगल फेसिंग तो कभी ठेकेदार द्वारा काम करने के लिए सिटडाऊन लेना यहाँ रोज का कारनामा बन गया है। यही नहीं बल्कि लाइन के नीचे मौजूद पेंड़ की कटाई छटाई नहीं होने से जरा सी बरसात होने पर 11 हजार वोल्ट की लाइने तुरंत खराब हो जाती है और आपूर्ति घंटो बंद रहती है।
उपभोक्ताओ द्वारा बताया गया की इन सब वजह के चलते दिन मे नहीं के बराबर बिजली मिलती है और शाम से आधी रात तक जम्पर कटना या लाइन खराब होना या ऊपर से रोस्टिंग होना बताकर सप्लाई बंद रखी जाती है। लोगो का आरोप है की ज़ब पावर हाउस पर बिजली रहती है तब सिटडाऊन लिया जाता है और ज़बतक सिटडाऊन वापस होता है तबतक बेंदुली से रोस्टिंग हो जाती है। इसी नौटंकी के चलते लोगो को ठीक से बिजली नहीं मिल पा रही है। क्षेत्र के लोगो का आरोप है की भारी रकम खर्च करके ईस्ट समेत अन्य फीडर के मरम्मत का कार्य ठेकेदार द्वारा कराया गया लेकिन जो 11 हजार वोल्ट की लाइन नई की गई उसमे अब घटिया कार्य के वजह से आये दिन खराबी आ रही है। कुल मिलाकर इटियाथोक क्षेत्र के ग्रामो मे खराब बिजली आपूर्ति को लेकर उपभोक्ता काफी आक्रोषित नजर आ रहे है जो कभी भी सड़को पर उतर सकते हैँ।