गोण्डा :
शाम होते ही बीआरसी परिसर बन जाता है बिगड़ैल लोगों का अड्डा।
दो टूक : गोंडा जनपद के मुजेहना क्षेत्र
जहां से क्षिक्षा ब्यवस्था को सुदृण बनाने के लिए शिक्षक शिक्षिकाओं को मोटिवेशन मिलता है, यहां खण्ड शिक्षा अधिकारी बैठ कर सरकारी अथवा गैर सरकारी स्कूलों पर नियंत्रण रखती हैं। मसलन शिक्षा क्षेत्र मुजेहना की खंड क्षिक्षा अधिकारी का कुनबा यहां बैठ कर स्कूलों का कामकाज देखता है। इसी बीआरसी के पीछे कस्तूरबा आवासीय विद्यालय व प्राइमरी स्कूल भी है। ऐसे शिक्षा मन्दिरों की सुरक्षा मानकों पर ना तो विभाग ध्यान दे रहा है और ना ही ब्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए यहां के जिम्मेदार लोगों की नज़रे इनायत हो रही है।
विस्तार:
बीआरसी का मुख्य गेट पीछले कई महीनों से टूटा पड़ा है। सामने से वालबाउंड्री टूट चुकी है। उसी के बगल एक बड़ा गेट है जो कभी बन्द नही किया जाता है।
यही वजह है जैसे शाम होती है बिगड़ैल किस्म के लोगों के लिए परिसर मुफीद बन जाता है। अक्सर यहां बाहरी लोगों को तास के पत्ते खेलते पाया गया है। इतना ही नही परिसर में आने जाने पर किसी तरह रोक टोक ना होने से यहां शराबी भी अपनी महफ़िल लगा देते है। कई बार लोगों को खदेड़ा गया है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी हेमलता त्रिपाठी बताती हैं की ड्यूटी खत्म होने के बाद कर्मचारी चले जाते है। छुट्टी के बाद ताला बन्द करने की ब्यवस्था नही है। परिसर से बाहरी लोगों को कई बार खदेड़ा गया है कर्मचारियों के चले जाने जे बाद यह परिसर पूरी तरह सुरक्षा विहीन हो जाता है।
सड़क की पटरियों पर इंटर लॉकिंग कार्य कराये जाने जाने के समय किसी वाहन की ठोकर से सामने से वालबाउंड्री टूट गयी थी। जिसे ठीक कराये जाने के लिए नगर पंचायत से कहा जा चुका है।
◆बता दें की प्राइमरी स्कूल, आवासीय विद्यालय और बीआरसी का ये परिसर काफी बड़ा है। इसके कुछ हिस्से में बरसात का पानी जमा होने से यहां सड़ांध की दुर्गन्ध बनी रहती है। कई भवन खंडहर हो चुके हैं जो परिसर के दुर्दशा की गवाही देते हैं।
ईओ रागिनी वर्मा ने बताया है की कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में नगर पंचायत की ओर से सुंदरीकरण कराये जाने की प्रक्रिया चल रही है।
जो खामियां है उसे ठीक कराया जाएगा, परिसर पूरी तरह स्वच्छ सुंदर और सुरक्षित बन सके इसके प्रयास हो रहा है। नगर पंचायत अध्यक्ष उमा देवी ने बताया की बीआरसी को बेहतर बनाने की दिशा में नगर पंचायत कटिबद्ध है।