लखनऊ :
पर्यावरण को लेकर जागरूक छात्राओं ने किया पौधरोपण।।
दो टूक: जवाहर नवोदय विद्यालय की पूर्व छात्राओं द्वारा संचालित एवम छात्रों द्वारा संरक्षित अर्चिशा फाउंडेशन द्वारा बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के प्रांगण में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया ।
आयोजन कर्ता श्रीमती मनसा सिंह श्रीमती राजश्री, श्रीमती श्वेता सिंह,श्रीमती रीना सिंह रही। इस प्रोग्राम में सभी की सहभागिता सराहनीय रही।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में 4 बटालियन सशस्त्र सीमा बल,20 यूपी गर्ल्स बटालियन, 67 यूपी बटालियन एन. सी. सी. यूनिट, के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. एन. एम. पी वर्मा के दिशा निर्देशन में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। इसमें 'एक पेड़ मां के नाम अभियान' के तहत 200 पौधे 4 बटालियन सशस्त्र सीमा बल द्वारा, विश्वविद्यालय को दिए गए। जिसमें आम, अमरूद, जामुन, कटहल मुख्य रूप से थे। कार्यक्रम के संरक्षक कुलपति, प्रो. एन. एम. पी. वर्मा ने कहा कि पौधों को लगाने के साथ साथ उनकी देख रेख भी बहुत आवश्यक है तभी पौधे फलदार वृक्ष बन पाएंगे, और हमारी भावी पीढ़ी इसका लाभ उठा पाएंगी। डिप्टी कमांडेंट ४ बटालियन सशस्त्र सीमा बल, श्री अवनीश चौबे ने कहा कि चतुर्थ वाहिनी के कमांडेंट श्री अरविंद कुमार के कुशल नेतृत्व में पौधारोपण का कार्य पूरे लखनऊ में किया जा रहा है अतः हम सभी को इस अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए और छात्र छात्राओं को पर्यावरण के साथ जुड़ कर उसकी रक्षा में योगदान देना चाहिए। कार्यक्रम प्रभारी, श्रीमती मन बीबीसा सिंह ने कहा कि महिलाओं को भी इस अभियान में अपना ज्यादा से ज्यादा योगदान दे कर घर के सभी सदस्यों को पौधरोपण के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यक्रम प्रभारी कैप्ट . डा. राजश्री ने बताया कि इसी साल से राष्ट्रीय कैडेट कोर ने भी एक कैडेट एक पेड़ अभियान शुरू हुआ है जिसमें प्रत्येक कैडेट अपने पूरे कार्यकाल में एक पेड़ को लगाएगा और उसकी देखभाल करेगा। प्रॉक्टर प्रो संजय कुमार, छात्र अधिष्ठाता प्रो बी एस भदौरिया, एन सी सी अधिकारी डॉ मनोज कुमार डडवाल, डॉ सूफिया अहमद, एवम नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र एवम छात्राएं शामिल रहे , समीर दीक्षित, सिद्धांत सोनकर, कंचन मौर्य, प्रवीण, डॉक्टर राकेश, जय हिंद, अमर, राजदीप, अंबुकेश्वर, किरण तृप्ति, आशीष, राज कुमार, अश्वनी कांत, एन सी सी कैडेट, विश्वविद्यालय कर्मचारीगण, शिक्षकगण आदि लोगों के साथ एनसीसी कैडेट्स भी मौजूद थे |