दो टूक, गोण्डा- जिले के ब्लाक क्षेत्र इटियाथोक के मधईजोत मे डायरिया की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन बच्चो की चार दिन के अंदर हुई मौत से परिजनों मे कोहराम मच गया। जबकि उसी परिवार के आधा दर्जन अन्य बीमार लोगो को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बीती रात आनन फानन मे उपचार हेतु स्थानीय सीएचसी मे भर्ती कराया। सभी मरीजों की हालत सामान्य बताई जा रही है। इस आकस्मिक घटना से गाँव के लोग काफी भयभीत हैँ।
ताजा मामला इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र के विशुनपुर संगम पंचायत के मधईजोत मजरे का है। स्थानीय लोगो ने बताया की गांव निवासिनी वंदना तिवारी पत्नी मनीष तिवारी के भाई को पहले से उल्टी दस्त हो रहा था, उन्हीं को देखने वह बीते 6 सितंबर को अपने बच्चों के साथ बगल के गांव बैजनाथ पुरवा अपने मायके गई थी। वहां 7 सितम्बर को वंदना की पुत्री श्रद्धा, पल्लवी व 20 दिन की बच्ची चंचल को अचानक उल्टी दस्त शुरू हो गया। इसकी सूचना वंदना के पति को दिया गया। मनीष के पिता चंद्रशेखर तिवारी ने बताया की आनन फानन मे हम लोग पल्लवी (7) व नवजात चंचल का इलाज कराने के लिए घर ले आए। यहां दूसरे दिन प्रिंस के बेटे गुल्लू की भी तबियत खराब हो गई। गुल्लू व चंचल को इलाज के लिए गोंडा ले जा रहे थे की रास्ते में दोनों की मृत्यु हो गई। गुल्लू अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। देखते- देखते इस जानलेवा बीमारी ने सम्पूर्ण परिवार को अपने चपेट में ले लिया। सोमवार सुबह पल्लवी (7) को अचानक उल्टी दस्त शुरू हो गया। उसे जिला अस्पताल गोंडा में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। सोमवार शाम तक अमन तिवारी, उनकी पत्नी दीपशिखा, अनिता, सुनीता, आदर्श, मुस्कान को भी उल्टी दस्त शुरू हो गया जिनको इलाज के लिए स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया गया।
"ब्लाक प्रमुख रात मे पहुंची गाँव, जाना हाल"
बीती रात मे ब्लाक प्रमुख पूनम द्विवेदी व सीएचसी अधीक्षक डॉ सुनील कुमार टीम सहित गाँव मे पहुंचे और स्थित का जायजा लेकर बीमार लोगो को सीएचसी मे भर्ती कराया। दूसरे दिन मंगलवार को अधीक्षक सुनील कुमार स्थानीय सीएचसी व जिले की टीम के साथ गांव मे पहुंचकर लोगों को जागरूक किया। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने ऐतियातन घर घर जाकर ग्रामीणों को ओआरएस व अन्य जरुरी दवाओ का वितरण किया। साथ ही उन्हें शुद्ध जल पीने, बासी खाना न खाने, आस पास साफ सफाई रखने, बच्चो को बोतल साफ करके ताजा दूध पिलाने सहित अन्य जरूरी जानकारी देकर जागरूक किया। वहीँ गाँव मे एडीओ पंचायत गिरिजेश पटेल के मौजूदगी मे पांच न्याय पंचायत के दर्जनों सफाई कर्मचारियो के द्वारा स्वच्छता अभियान चलाकर साफ सफाई व एंटी लारवा का छिड़काव किया गया।
"डीएम नेहा शर्मा ने की अपील"
डीएम नेहा शर्मा ने बताया की गाँव में डायरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही तेज है। स्वास्थ्य विभाग ने उक्त गाँव में डायरिया की समस्या को देखते हुए एक विशेष मेडिकल कैम्प का आयोजन किया है। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी घर-घर पहुंचकर बच्चों की जांच कर रहे हैं और उन्हें जरूरी दवाइयां एवं सलाह दे रहे हैं। साथ ही, गाँव में साफ- सफाई को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। डीएम ने कहा की स्वास्थ्यकर्मियों की यह पहल न केवल बीमारी की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा है की स्वच्छता बनाए रखें और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
"सीएमओ ने कही यह बात"