अम्बेडकर नगर :
संतान की दीर्घायु के लिए महिलाओ ने रखा जितिया व्रत की पूजा।।
।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : अंबेडकर नगर जनपद के जलालपुर में पुत्र की लंबी आयु के लिए महिलाओं ने बीती बुधवार को निर्जला जितिया व्रत( जीवित्पुत्रिका व्रत) रखा। पूरे दिन व्रत रहने के बाद शाम को स्नान ध्यान करने के उपरांत नए वस्त्र धारण कर और सोलहों श्रृंगार कर मंदिर और अपने घरों में कथा श्रवण किया। कथा श्रवण करने के बाद अपने से बड़ों के पैर छूकर स्वयं व बच्चे की दीर्घायु के लिए आशीर्वाद लिया। इसके बाद सुबह पारण कर व्रत तोड़ा।श्री शीतला माता मठिया मंदिर मोहल्ला घसियारी टोला में संतान के दीर्घायु भविष्य की कामना हेतु मातृत्व के पावन पर्व जीवित्पुत्रिका (जितिया) पर्व अवसर पर महिलाओं ने दिनभर निराजल व्रत रखकर जौतिया माता की विधि विधान से पूजा की।एक दूसरे को कथा सुनाया और मंगल गीत गाती महिलाओं में इस कठिन व्रत को लेकर खासा उत्साह रहा।भारी संख्या में महिलाओं समेत श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच पूजा पाठ के कार्यक्रम का सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा।इस अवसर पर दुर्गा वाहिनी अध्यक्ष रेखा देवी, उर्मिला देवी, रंजू देवी, कंचन निषाद, रोशनी यादव, सरोज देवी, फूलमती, रंजना देवी, सभासद रुक्मणी मिश्रा आदि मंदिर प्रांगण में हुए आयोजन का हिस्सा बनी। इस व्रत का पारण गुरुवार भोर में किया गया। व्रत में पुत्र और पति के लंबी आयु की मनोकामना के साथ जौतिया माता का पूजा करती है। सनातन हिंदू धर्म संस्कृति के अनुसार ऐसा करने से माताजी पुत्र और पति की आयु लंबी होने का आशीर्वाद देती हैं। मेला स्वरुप भारी संख्या में भीड़ बनी रही । सभासद अजीत निषाद, नगर महामंत्री विकाश निषाद, रंजीत निषाद, मां का सेवक नीरज जलालपुरी,धर्मेंद्र गौड़, सोनू गौड़ सहित भारी संख्या में भक्तगण और श्रद्धालु उपस्थित रहे।
◆हिन्दू धर्म में जितिया का है खास महत्व।
जीवित्पुत्रिका व्रत यानी जितिया व्रत का हिन्दू धर्म में खास महत्व माना जाता है। इस व्रत को महिलाएं अपनी संतान के दीर्घायु के लिए रखती हैं। यह व्रत बहुत ही कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। महिलाएं बिना अन्न-जल ग्रहण किए इस व्रत को करती हैं और अपनी संतान के बेहतर स्वास्थ्य और सफलता की कामना करती हैं