दो टूक, गोण्डा- कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक बुधवार को संपन्न हुई। बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा उनके द्वारा की गयी। बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर यूपीएचएमआईएस हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज, एनसीडी, एनबीसीपी, आरएनटीसीपी, पीएमएमवीवाई, नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति सहित अन्य योजनाओं की मुख्य विकास अधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समीक्षा की गई।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत अगस्त 2024 के भ्रमण की समीक्षा की गई। एनआरसी में भर्ती बच्चों, आरसीएच पोर्टल फीडिंग के स्टेटस, एनपीसीडीसीएस, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम आदि सभी की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समय से कार्य कराना सुनिश्चित करें। सीडीओ द्वारा सभी सीएचसी अधीक्षकों को कड़े निर्देश दिये गये कि अपने अपने सीएचसी पर साफ- सफाई पर विशेष ध्यान दें। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के सभी सीएससी अधीक्षकों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं की योजनावार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी सीएससी अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि सभी योजनाओं के कार्य समय से पूर्ण कराया जाय तथा समय-समय पर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से योजनावार समीक्षा भी की जाय ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन समय से किया जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि शासन की मंशानुसार जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी सीएचसी अधीक्षक सीएचसी पर ही निवास करें तथा संस्थागत प्रसव एवं विभिन्न प्रकार के टीकों को समय से लगवाना सुनिश्चित करें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा में बचे हुए कार्यों को समय से पूर्ण कराने के निर्देश दिये। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मरीजों को भर्ती करायें, साथ ही इस पर विशेष ध्यान दिया जाय। ई-कवच को पोर्टल को अपडेट करें। प्रसव केंद्र पर प्रसव की संख्या बढ़ाएं। सब सेंटरों पर एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। ताकि सेंटर पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ रश्मि वर्मा, एसीएमओ डॉ आदित्य वर्मा, सीएमएस महिला अस्पताल, सीएमएस जिला अस्पताल, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, डॉ आरपी सिंह, डीपीएम अमरनाथ, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारी व डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ के पदाअधिकारी, समस्त सीएचसी अधीक्षक तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।