गुरुवार, 26 सितंबर 2024

गोण्डा:डीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरों पर, बदल गयी ब्लॉक की सूरत।||Gonda:Preparations are in full swing for the DM's proposed program, the face of the block has changed.||

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गोण्डा:
डीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरों पर, बदल गयी ब्लॉक की सूरत।
।। प्रदीप कुमार शुक्ला ।।
दो टूक : आगामी अक्टूबर महीने में मुजेहना ब्लॉक मुख्यालय पर डीएम नेहा शर्मा का कार्यक्रम तय माना जा रहा है।
उससे पहले पूरा सिस्टम तन्मयता से बदलाव करने में इसलिए जुटा है ताकि जिलाधिकारी द्वारा आल इज वेल का खिताब जिम्मेदारों को दिया जा सके।
किन्तु इस कोशिश में कई अहम सवाल यहां की जनता को ओर से उठने लगे हैं की आखिर डीएम के आने से ही ये सुधार और कायाकल्प क्यों हो रहा है। पहले क्यों नही हुआ और जिनके कार्यकाल में कार्य पूरा नही हुआ दंड देने के साथ उनसे जबाब क्यों नही माँगा गया।

करीब चार सालो से ब्लॉक परिसर में बना सामुदायिक शौचालय मानको के अनुरूप संचालित नही हुआ।

परिसर में लाखों रुपयों की लागत से बनाये गए पार्क में पेड़ पौधा फूल इत्यादि नही लग पाये। मसलन उसे पार्क के रूप में विकसित क्यों नही किया जा सका।

इसी परिसर में जन सुविधा केंद्र सालों से अब तक अधूरा क्यों है। बृक्षा रोपण के बाद ट्रीगार्ड क्यों नही लगे। पुराने जर्जर आवासों का कायाकल्प क्यों नही हुआ। इकलौते वाटर कूलर से पर्याप्त जल उपलब्ध क्यों नही हो पाता ऐसे कई सवाल हैं। जिसका जबाव गोंडा की जिलाधिकारी श्री मति नेहा शर्मा से जनता पाना चाहती है। अब देखना ये है की तेज तर्रार डीएम साहिबा केवल दिखावे तक सिमट कर रह जाती हैं य भ्रष्टाचार का पुराना इतिहास भी खंगालती हैं।

बताते चलें की ब्लॉक मुख्यालय में ही कृषि केंद्र प्रदेशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी सिमिति लिमिटेड की साखा पशु अस्पताल मौजूद है। जिनमे कृषि केंद्र और सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी तभी आते हैं जब खाद और बीज का वितरण होना होता है अथवा जब कोई उपक्रम संचालित किया जाना होता है। इन भवनों के अधिकांश हिस्से ज़र्ज़र नज़र आते हैं फर्श टूटी पड़ी है। आस पास झाड़ियाँ और घास फूस बहुतायत है।

इसके अतिरिक्त पशु अस्पताल का परिसर भी है यहां के फोर्थ क्लास कर्मचारी पैरावेट व डॉक्टर को निवास करना होता है। 18 वर्षों से फोर्थ क्लास कर्मचारी अजय पाण्डेय बताते हैं की कर्मचारियों के लिए जो आवास बने हुए हैं दो दशक ज़र्ज़र हालत में हैं। इन आवासो में निवास करना जोखिम भरा होने के बावजूद निजी खर्च से मरम्मत करा कर परिवार सहित रहना पड़ रहा है। इसी तरह ब्लॉक परिसर में सफाई कर्मी और चौकीदार दोनों की जिम्मेदारी निभा रहे दिलीप कुमार बी.सी मदन मिश्रा चौकीदार सुजीत कुमार की फैमली इन्ही जर्जर आवासों में रहती है। खण्ड विकास अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद यादव का आवास भी सन्तोष जनक स्थिति में नही है अधिकारी कर्मचारी के आवासों की हालत बेहद खराब है। वहीं दूसरी तरफ डीएम के कार्यक्रम की तैयारी में ब्लॉक मुख्यालय के गेट से सरयू सभागार तक इंटर लॉकिंग समतली कर रंगाई पुताई इत्यादि तेजी से हो रहा है। सरयू सभागार में पीबीसी की सजावट से आकर्षक बनाने के लिए मोडीफाई का काम तेजी से चल रहा है।