लखनऊ :
प्राइमरी स्कूल में भरा गंदा पानी ,मासूम छात्र परेशान बिमार।।।
जिमेदार स्वच्छता पखवाड़े का उड़ा रहे मजाक।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र प्राईमरी स्कूल द्वितीय बिजनौर के गेट एवं परिसर में गंदा पानी भरा हुआ है।
शिक्षण कार्य हो रहा है शिक्षिकाएं तो अपने वाहन से अंदर तक चली जाती हैं लेकिन मासूम बच्चे पैदल गंदे पानी में चलकर विद्यालय आने और जाने को मजबूर हैं जहां सरकार स्वच्छता पखवारे का अभियान चलाकर जागरणक कर है वही यह मासूम बच्चे गंदे पानी मे अपना भविष्य तलाश रहे है।।
विस्तार:
सरकारी स्कूल में पढ़ते गरीबों के बच्चे काहे ले कोई सुधि।।
बताते चले कि लखनऊ के तहसील सरोजनीनगर मुख्यालय से डेढ़ किलोमीटर दूरी पर स्थित बिजनौर कस्बे के सरवन नगर मे प्राइमरी स्कूल द्वितीय बिजनौर का मामला है। लगभग डेढ़ सौ छात्रों का भविष्य इसी विद्यालय के भरोसे है। जहाँ सड़क से लेकर स्कूल के गेट और परिसर मे गंदा बदबूदार पानी भरा हुआ है। इसी पानी में
शिक्षण कार्य हो रहा है नन्हे मुन्हें छात्र छात्राऐं गंदे पानी में चलकर विद्यालय आने और जाने को मजबूर हैं। स्कूल चलो अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सर्व शिक्षा अभियान क्या केवल दीवारों पर लिखा हुआ है लेकिन प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की यह समस्या किसी को क्यों नहीं दिखाई देती। बच्चे ही देश का भविष्य और बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ की जिम्मेदारो को दिखाने नही दे रहे है। क्यों यहां पढ़ने वाले बच्चे अधिकतर गरीबर घरो से आतै है इसलिए शायद जिमेदारो पर कोई असर नही है।
इस क्षेत्र मे नगर निगम ,जलकल विभाग और स्थानीय पार्षद ,विधायक आते है शायद बच्चों की समस्या के लिए नही है। । महिला एवं बाल कल्याण , बाल विकास विभाग के लिए नियोजित तमाम संस्थाएं और जिम्मेदारों को यह समस्या देकर क्यों नहीं बेचैन करती है समझ मे बस एक बात आती इनके घरो के यह बच्चे नही है।
प्रधान अध्यापिका शिप्रा श्रीवास्तव के द्वारा
स्कूल में गंदे पानी के भरा होने की जानकारी प्राथमिक शिक्षा क्षेत्र के जिले के उच्च अधिकारियों एवं अन्य जिमेदार विभागों समेत जनप्रतिनिधियों
को कई बार लिखित दी जा चुकी है। इसके बावजूद किसी ने बच्चों के हित मे सोचना उचित नही समझा।
अभिभावक राकेश ,सुरेश दिनेश आदि का कहना है कि आज गुरुवार 19 सितम्बर सुबह से नगर निगम से लेकर कई जगहों पर सूचना दी गई किंतु विद्यालय बंद होने तक कोई कार्यवाही ना हुई। गरीब का ही बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़ता है, वह आज इस गंदगी के माहौल में शिक्षा पाने के लिए आने-जाने को मजबूर है। बरसाती पानी में आने जाने की वजह से कई बच्चे बीमार भी हो चुके हैं।
सरकारी स्कूल में पढ़ते गरीबों के बच्चे काहे ले कोई सुधि,देखे वीडियो।।