लखनऊ :
रेस्टोरेंट मैनेजर को अगवा करने वाले हुए गिरफ्तार,मैनेजर सकुशल बरामद।।
वेतन न मिलने पर किया था अगवा,पैसे की रहे थे मांग।
दो टूक : लखनऊ के थाना इन्दिरानगर इलाके एक होटल के कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर अपने होटल के मैनेजर को अपहरण कर लिया । अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस टीम सक्रिय हुई और होटल मैनेजर को सकुशल बरामद कर अपहरणकर्ताओं को धरदबोचा।
होटल संचलाक की तहरीर पर एफआईआर दर्जकर विधिक कार्रवाई मे जुट गई।
विस्तार:
पुलिस के मुताबिक थाना गाजीपुर क्षेत्र इन्दिरा नगर के रहने वाले सन्तोष कुमार त्रिपाठी पुत्र श्री लाल चन्द त्रिपाठी का इन्दिरा नगर क्षेत्र तकरोही क्षेत्र अम्बेडकर चौराहे के पास The Host के नाम से रेस्टोरेन्ट है।
रेस्टोरेंट संचालन संतोष ने की माने रेस्टोरेंट पर रामू गुप्ता, सुनील व लक्ष्मी नाराण काम करते है जिनकी सैलरी प्रत्येक माह की 10 तारीख को दी जाती थी सितम्बर माह में किसी कारण बस समय पर भुगतान नही हो सका।
जिसे लेकर दिनांक 11-9-2024 को दुकान पर रामू गुप्ता, सुनील गुप्ता, लक्ष्मी नारायण तथा लक्ष्मी नारायण की पत्नी बबली गुप्ता और दो अज्ञात लोगो के साथ मेरी दुकान पर आए और अचानक गाली गलौज करते रेस्टोरेंट के मैनेजर विनय दीक्षित को जबरदस्ती अगवा कर ले गए।
पुलिस ने पीडित रेस्टोरेंट संचलाक की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घण्टे मे रेस्टोरेंट मैनेजर को सही सलामत बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जिनका नाम सोनू लाल पुत्र लल्लू रावत, 2. विवेक यादव पुत्र प्रेम किशोर 3. लक्ष्मी नारायण पुत्र सुन्दर लाल 4. रामू पुत्र बनारसी लाल 5. सुनील गुप्ता पुत्र सदगुरू दयाल व 6. बब्ली पत्नी लक्ष्मीनारायण को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक अवैध तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुआ है।
महिला आरोपी स्वयं चौकी पहुचकर पुलिस को किया गुमराह।
पुलिस के अनुसार रेस्टोरेंट मैनेजर अपहर्त विनय दीक्षित नामजद अभियुक्ता बबली के साथ पुलिस चौकी तकरोही थाना इन्दिरानगर पहुचकर बताया कि मेरे मालिक सन्तोष त्रिपाठी द्वारा गलत सूचना के आधार पर मुकदमा लिखवाया गया है।
मेरा अपहरण नही हुआ है मैं अपने मामा के लड़के कमल के साथ था सुबह जब जानकारी हुई तो आपके पास आया हूँ।
क्रास पूछताछ मे अपहरण की घटना आयी सामने।
पुलिस के मुताबिक रेस्टोरेंट मैनेजर विनय दीक्षित से पुलिस ने मामा के लड़के से फोन पर बात कराने को कहा तो मैनेजर हिच- किचाने लगा और कांपने लगा।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सन्देह होने पर साथ में आयी नामजद अभियुक्ता बब्ली को पिंक बूथ पर बैठालकर पुलिस ने गहनता से पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि मेरे पति लक्ष्मी नारायण व हमारे परिचित सुनील, रामू गुप्ता अम्बेडकर चौराहे के पास मैं The Host के नाम से रेस्टोरेण्ट में काम करते थे जिनकी तनख्वाह महीने की दस तारीख को दी जाती थी किन्तु इस महीने मालिक द्वारा दस तारीख को तनख्वाह नहीं दी गयी जब मैने अपने पति से पैसे मांगे तब इन्होने बताया कि मालिक ने तनख्वाह नहीं दी है जब मैने कारण पूछा तो इन्होने बताया कि मालिक कह रहा है कि बैंक का सर्वर नहीं आ रहा है। अगले दिन सुबह 11.09.2024 को जब मेरे पति पैसा मांगने रेस्टोरेन्ट पर पहुंचे तो वहाँ मालिक नहीं मिला मैनेजर मौजूद मिला मैनेजर ने मेरे पति से कहा कि मालिक नहीं है जब मालिक आयेंगे तो पैसा मिल जायेगा। तभी मैने अपने पड़ोसी सोनू लाल को बताया कि मेरे पति का मालिक दो दिन से तनख्वाह नहीं दे रहा है टाल मटोल कर रहा है तब सोनू ने कहा कि चिंता मत करो तुम्हारा पैसा आज शाम को मिल जायेगा मैं कुछ इन्तेजाम करता हूँ। फिर थोड़ी देर बाद मेरी व मेरे पति की मुलाकात सोनू से हुई तब सोनू ने कहा जितना लोगों का पैसा बकाया है सब को लेकर रेस्टोरन्ट पर पहुंचो और वहाँ से मुझे फोन करना मैं आ जाऊँगा मैनेजर को उठा लेंगे सारा पैसा मिल जायेगा तो हम लोग शाम के समय रेस्टोरेन्ट पर पहुंचे तथा वहां मैनेजर से बहस करते हुये सड़क के किनारे ले आये और मैने सोनू को फोन किया जल्दी आ जाओ तभी सोनू वहां अपने साथ विवेक को लेकर मोटरसाइकिल से आया और हम लोगो ने जबरदस्ती मोटर साकिल पर मैनेजर को बैठाकर सोनू व विवेक के साथ जबरदस्ती बैठाकर भेज दिया रात भर उसको सोनू और विवेक ने अपने साथ रखा। जब जानकारी हुई कि मामला पुलिस तक पहुंच गया है तब मैनेजर को सोनू और विवेक ने कट्टा दिखाकर धमकाते हुये कहा कि पुलिस थाने बबली के साथ जाकर अपना बयान दो कि तुम्हारा अपहरण नहीं हुआ था तुम अपने मामा के लड़के के साथ रात भर थे जब मैनेजर विनय दीक्षित मान गया तो मैं, मैनेजर को सोनू और विवेक के साथ बयान देने के लिये गाड़ी में बैठाकर पुलिस चौकी तकरोही आयी थी जहाँ सोनू और विवेक ने मुझे चौकी से कुछ दूर पहले गाड़ी से उतार दिया था। मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित अन्य अभियुक्तगणों 1. सोनू लाल पुत्र लल्लू रावत 2. विवेक यादव पुत्र प्रेम किशोर 3. लक्ष्मीनारायण पुत्र सुन्दर लाल 4. रामू पुत्र बनारसी लाल 5. सुनील गुप्ता पुत्र सदगुरू दयालको बबली की निशादेही पर गिरफ्तार कर नियमानुसार थाने पर दाखिल करते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है।