लखनऊ :
बकरी पालन में कृत्रिम गर्भाधान और बकरी दूध ने दिया लखपति किसान कार्यक्रम को बढ़ावा।।
।।सुभाष चंद्र।।
दो टूक : लखनऊ के द गोट ट्रस्ट (TGT) ने कल अपना 16 वां फाउंडेशन डे मनाया, जो 15 से अधिक वर्षों से ग्रामीण समुदायों की आजीविका सशक्तिकरण के प्रति इसकी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस खास अवसर पर, TGT ने बकरी पालन में कृत्रिम गर्भाधान (ए.आई.) और बकरी के दूध को 'लखपति किसान' कार्यक्रम का प्रमुख स्तंभ बताया है। इन पहलों ने न केवल पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार किया है, बल्कि किसानों की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि की है।
कृत्रिम गर्भाधान: किसानों के लिए एक सशक्त कदम
वैकल्पिक गर्भाधान से तैयार की गई नयी बकरी नस्ल- आज द गोट ट्रस्ट में बोर्ड के सदस्यों डॉ D.K Sadana ( अध्यक्ष , ILSP) , डॉ दिनेश अवस्थी, कुलपति, लोक जागरण विश्व विद्यालय, श्रीमती मनीषा ( Start Up के founder) तथा डॉ मुकुल आनंद, डॉ दीपक शर्मा ( मथुरा Veterinary विश्विद्यालय) ने कृत्रिम गर्भधारण से पैदा हुए मेमने का निरीक्षण किया तथा वैकल्पिक बकरी गर्भधारण से लाभान्वित किसानो से रसूलपूर सदात स्थित द गॉट ट्रस्ट के कैम्पस में चर्चा कीl इन्होंने TGT के प्रयासों की सराहना की और इसे एक मॉडल संगठन बताया जो न केवल NGO के रूप में बल्कि एक सामाजिक उद्यम के रूप में कार्य कर रहा है।
बकरी पालन में कृत्रिम गर्भाधान (ए.आई.) की शुरुआत ने किसानों के लिए एक नई दिशा प्रदान की है। TGT द्वारा इस तकनीक को ग्रामीण इलाकों में सफलतापूर्वक लागू किया गया है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाले पशुओं का उत्पादन हुआ है और इससे किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हुई है। इस पहल ने 'लखपति किसान' कार्यक्रम को ज़बरदस्त गति दी है, जिससे किसान बकरी पालन के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
बकरियों के दूध को ‘केप्रीको ब्रांड’ के नाम से लखनऊ में बेचा जा रहा है l बकरियों का दूध अभी डेंगू में काफी मांग में है जिसके लिए प्लांट भी स्थापित किया गया हैl बकरी के दूध के पोषण मूल्य को उजागर करते हुए, TGT ने 'गिफ्ट अ ग्लास' अभियान की शुरुआत की, जिसके माध्यम से ग्रामीण परिवारों को बकरी के दूध के स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। यह पहल बकरी पालन से जुड़े किसानों के लिए एक अतिरिक्त आय स्रोत भी बन रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। बकरी दूध उत्पादन और इसके प्रचार-प्रसार ने किसानों की आय में बड़ी बढ़ोतरी की है, जिससे वे 'लखपति किसान' बनने की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
16वें फाउंडेशन डे का महत्व
TGT के 16वें फाउंडेशन डे पर, संगठन ने अपने अब तक के सफर को दर्शाते हुए कहा कि उनका लक्ष्य न केवल किसानों की आय में वृद्धि करना है, बल्कि उन्हें सतत और टिकाऊ पशुपालन के माध्यम से सशक्त बनाना है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री योगेश अवस्थी, विशेष सचिव, उद्यान विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा, "TGT ने नवाचार और तकनीक के माध्यम से ग्रामीण विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
TGT का भविष्य और प्रतिबद्धता
द गोट ट्रस्ट अपने नवाचार और स्थायी विकास के प्रयासों को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। कृत्रिम गर्भाधान और बकरी दूध के माध्यम से 'लखपति किसान' कार्यक्रम को विस्तार देने के साथ, TGT सतत ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अग्रणी बना रहेगा।