रविवार, 29 सितंबर 2024

मऊ : पत्रकार शीशा होता है जो समाज को सच दिखाता है प्रोफेसर हरिकेश सिंह।||Mau : A journalist is a mirror that shows the truth to society. Professor Harikesh Singh.||

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मऊ : 
पत्रकार शीशा होता है जो समाज को सच दिखाता है प्रोफेसर हरिकेश सिंह।।
दो टूक : अधिवेशन में मऊ जनपद सहित बलिया गाजीपुर आजमगढ़ चंदौली के पत्रकारों ने लिया भाग,वरिष्ठ पत्रकारों को किया गया सम्मानित।
विस्तार :
मऊ।सत्य की रक्षा में जो लगा है वही पत्रकार है। पत्रकारों को लोकतंत्र को बचाना चाहिए ।ग्रामीण क्षेत्र की खबरों को पत्रकारों को आगे लाना चाहिए जिससे ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं का समाधान हो सके और ग्रामीण क्षेत्र के उद्यमियों की स्टोरी कवरेज करना चाहिए जो हजारों लोगों को रोजगार देते हैं। लोकहित को सम्मानित करने का काम पत्रकार करते हैं। स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उक्त बातें जयप्रकाश विश्वविद्यालय सारण, छपरा ,बिहार के पूर्व कुलपति डॉ प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने कहीं। वे वे मऊनाथ भंजन के डीसीएसके पीजी कॉलेज के सभागार में प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रथम अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महामना मदन मोहन मालवीय सबसे बड़े पत्रकार थे। उन्होंने हिंदोस्थान नामक अखबार निकाला। उन्होंने कहा कि सरदार भगत सिंह के मुकदमे की पैरवी  एक मुसलमान वकील ने की थी विदेश से बैरिस्टर की डिग्री लेकर आने वाले लोगों ने सरदार भगत सिंह के मुकदमे की पैरवी करने में रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि मालवीय जी ने चौरी चौरा कांड में 181 में से 171 लोगों को फांसी की सजा से बचा लिया उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का धर्म भी राष्ट्र धर्म से नीचे नहीं है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की जो युवा भोर में उठकर कठिन शारीरिक व्यायाम करते हैं और सेना में जाकर-15 डिग्री तापमान में देश की सीमा की रक्षा करते हैं, पत्रकारों को उन शौर्य दूतों की गाथा लिखनी चाहिए उन्होंने कहा कि पत्रकार शीशा होता है जो सच को दिखाता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को लोकहित और लोकमंगल के कार्यों को प्रमुखता से संकलित करना चाहिए। इसके पूर्व संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत मिश्रा ने कहा कि पत्रकारों के लिए शास्त्र शिक्षा है और शस्त्र उनकी कलम है।कहा कि जिसमें सत्य नहीं वह पत्रकारिता नहीं ।उन्होंने कहा कि लोकहित में सत्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को समाचार संकलन के समय अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है लेकिन धैर्य और संयम से पत्रकार को समाचार लेखन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राय देखा जा रहा है कि  प्रशासन को असहमति मंजूर नहीं है।  ग्रामीण क्षेत्रों के पत्रकारों को समाचार संकलन में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। फिर भी सत्य निष्ठा और पारदर्शिता के साथ वे अपने मिशन में कामयाब होते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को समाचार संकलन के समय अपनी गरिमा भी बनाए रखना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीसीएसके पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ शर्वेश पांडेय ने कहा कि पत्रकारों को ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं की स्टोरी छापनी चाहिए जो ऊंची डिग्रियां हासिल करके गांव में रोजगार सृजन का कार्य करते हैं। कोई जरूरी नहीं की पत्रकार सत्ता विरोधी खबर ही छापे ,इसके अलावा बहुत व्यापक क्षेत्र है जहां से पॉजिटिव खबरें लिखी जा सकती है। समाजसेवी देव प्रकाश राय ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों के लिए भी सरकार को सम्मानजनक मानदेय की व्यवस्था करनी चाहिए। अधिवेशन में ओपीएस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस फुलेश आजमगढ़ के चेयरमैन कृष्णकांत मिश्रा, मां सरस्वती सेवा संस्थान मरदह गाजीपुर के अध्यक्ष विजय सिंह यादव, सनबीम स्कूल बलिया के डायरेक्टर डॉ कुंवर अरुण सिंह, शब्दिता के संपादक कमलेश राय, प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन बलिया के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र नाथ सिंह, योगेंद्र यादव, अजीत पाठक आदि ने संबोधित किया। इसके पूर्व प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष पीएन सिंह, जिला महामंत्री सुभाष चंद्र यादव , उपाध्यक्ष प्रेम शंकर पांडे संयुक्त मंत्री प्रेमचंद गुप्त,तहसील सदर अध्यक्ष उमेश मिश्र, कोपागंज ब्लाक अध्यक्ष हरिनारायण सिंह, घोसी तहसील अध्यक्ष दिनेश चौधरी, संजय सिंह पटेल मोहम्मदाबाद गोहना तहसील अध्यक्ष कौशल कुमार ब्लॉक अध्यक्ष रमेश यादव ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार विनय कुमार जायसवाल, डॉ जयप्रकाश यादव, ज्ञानेंद्र मिश्र ,ललित कुमार मिश्र को पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र मोमेंटो अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। अधिवेशन में बहुजन पद सहित बलिया चंदौली गाजीपुर और आजमगढ़ जनपदों के पत्रकारों ने भाग लिया।
अधिवेशन मे सम्मानित---