बुधवार, 4 सितंबर 2024

लखनऊ :PGI ई-रिक्शा चालक सुसाइड मामले में तीन आरोपियों पर केस दर्ज।||Lucknow: Case registered against three accused in PGI e-rickshaw driver suicide case.||

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लखनऊ :
PGI ई-रिक्शा चालक सुसाइड मामले में तीन आरोपियों पर केस दर्ज ।।
◆परिजन बोले दहशत में चली गयी बेटे की जान ।।
दो टूक :  लखनऊ के थाना पीजीआई क्षेत्र के बाबू खेड़ा में रहने वाला ई रिक्शा चालक अमित कुमार सुसाइड मामले में जहां सोमवार को किसानों ने विरोध जताया वहीं मृतक के परिजनों ने सोमवार रात पीजीआई के एक संविदा कर्मी समेत दो सिपाहियों 
 के खिलाफ थाने मे तहरीर देते हुए एफआईआर दर्ज कराया।
फिलहाल पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है और पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई करने की बात कह रही है।
विस्तार: 
थाना पीजीआई क्षेत्र बाबू खेड़ा निवासी 
राजकुमार पेशे से किसान है और पत्नी पुष्पा व बच्चों के साथ बाबू खेड़ा में रहते हैं। राजकुमार ने बताया कि उनका बेटा अमित अपनी पत्नी रेनू, 13 वर्षीय बेटी और 11 वर्षीय बेटे के साथ में ही रहता था। और ई रिक्शा चलाकर अपने परिवार का जीवन यापन करता था। बीते रविवार दोपहर डेढ़ बजे के लगभग वह किसी काम से अपने मित्र के साथ पीजीआई के एपेक्स ट्रामा सेंटर गया था। वह अपने मित्र से बात कर रहा था इसी बीच वहां खड़े एक पीजीआई के संविदा कर्मी ने उससे सिगरेट लाने को कहा। अमित को नागवार लगा और सिगरेट लाने से साफ इंकार कर दिया। 
आरोप है कि इसी बात पर वह ब्यक्ति भड़क गया और अपने साथ खड़े दो सिपाहियों के साथ मिलकर गाली गलौज करते हुए अमित के ऊपर हमला कर दिया। अमित तीनों के सामने गिड़‌गिड़ाता रहा और वो तीनों उसे पीटते रहे। किसी तरह धक्का देकर अमित वहां से भागा और अपने घर आकर दरवाजा बंद कर दिया। लेकिन इतने में ही तीनों हमलावर अपने एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ डंडे लेकर पीछा करते हुए घर पहुंच गये और आकर दवाजे पर तोड़‌फोड़ करते हुए धमकी देने लगे। 
परिजन का आरोप है कि इसी बात से अमित दहशत में आ गया और उसने फांसी लगा ली। जैसे ही परिजनों को जानकारी हुई तो वह अमित को लेकर पीजीआई ट्रामा सेंटर ले गये जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक के करीबी सर्वेश ने बताया कि अमित की पत्नी रेनू की तबीयत काफी बिगड़ गयी है जिसके चलते उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है इलाज चल रहा है।
 पीजीआई थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दोनो सिपाही झगड़े के समय वहां से गुजर रहे थे। रही बात पीजीआई संविदा कर्मी की तो वह अभी तक जांच में सामने नहीं आ पाया। फिल्हाल सीसीटीवी फुटेज भी निकाले जा रहे हैं और बयान भी लिए जा रहे है। 

ही कार्रवाई होगी।