लखनऊ :
PGI की महिला कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर ट्रांसफर कराए हजारों रुपए।।
इससे पहले महिला एसोसिएट प्रोफेसर से ठगे थे करोड़ो रुपए।।
दो टूक : साइबर जालसाजो ने सीबीआइ अधिकारी बनकर एस जी पी जी आई संस्थान कर्मी को डियुटी के दौरान डिजिटल अरेस्ट कर धमका कर खाते मे हजारों रुपए ट्रांसफर करा लिया। ठगी का शिकार होने की पीडिता ने साइबर क्राईम सेल समेत स्थानीय थाने मे शिकायत दर्ज कराया है।
इससे पहले इसी संस्थान की डाक्टर रुचिका टंडन को अरेस्ट कर 2.81 करोड़ ठग लिया था।
विस्तार :
मिली जानकारी के अनुसार एसजी पीजीआइ संस्थान के ब्लड बैंक में टेक्नीशियन के पद पर तैनात पीडिता प्रियंका शुक्रवार को ड्यूटी पर थीं। इसी दौरान बार-बार किसी का फोन आ रहा था। प्रियंका ने फोन उठाया तो जालसाज ने खुद को सीबीआइ अफसर बताते हुए कहा कि आपका नंबर चार से आपत्तिजनक फोटो भेजी गई हैं और आपके मोबाइल मे पड़ी हुई है। इस लिए आपको जेल भेजा जाएगा। यह सुनते ही प्रियंका घबरा गईं। जेल भेजने की धमकी देते हुए जालसाज ने कहा, अगर एक बार आपके नंबर से फोटो वायरल हो गई तो नौकरी चली जाएगी। प्रियंका ने कहा कि अभी मैं ड्यूटी पर हूं घर पहुंच कर आपसे बात करूंगी। इस पर जालसाज बोला छुट्टी लेकर घर जाए लेकिन फोन मत काटना। इस दौरान उसके फोन से लगातार हूटर बजने की भी आवाज आ रही थी। प्रियंका को बुरी तरह डरा सहमा देख जालसाज ने कहा, अगर जेल जाने से बचना चाहती हो तो खाते में जो भी रकम हो तत्काल उसे ट्रांसफर कर दो। यह सुनते ही प्रियंका ने खाते में पड़े 85 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। पुलिस मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले संस्थान को महिला डाक्टर हुई डिजिटल अरेस्ट।।
बता दे इससे पहले एसजीपीजीआई संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर डाक्टर राधिका टंडन को साइबर जालसाजो ने 15 अगस्त 2024 को डा. रुचिका टंडन को घोटाले में फंसा देने का डर दिखाकर सात दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया। इस दौरान साइबर जालसाजों ने छोड़ने के नाम पर अलग- अलग खातों से कुल 2.81 करोड़ ट्रांसफर करा लिया था। एफआईआर उपरांत यूपी एसटीएफ ने डाक्टर से ठगी करने के मामले मे कुछ साइबर ठगो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।