लखनऊ :
प्रापर्टी डीलरो ने प्लाट के नाम पर एक दर्जन लोगों से की 1.81 करोड़ ठगी।।
फर्जीवाड़े का विरोध करने पर आरोपियों ने धमकाया,रिपोर्ट दर्ज।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना पीजीआई क्षेत्र कल्ली पश्चिम एकता नगर में प्रॉपर्टी डीलरो ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक दर्जन से अधिक लोगों को 1.81 करोड़ में जमीन बेच दी। यही नहीं आरोपियों ने सोसाइटी में प्लॉट खरीदने वालों की भी जमीन बेची। जमीन मालिकों ने फर्जीवाड़े का विरोध किया तो दबंग आरोपियों ने धमकाया। एडीसीपी पूर्वी के आदेश पर पीजीआई पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी।
विस्तार:
मिली जानकारी के अनुसार जनपद बलिया के कुरेजी की रहने वाली विभा सिंह लखनऊ में जमीन खरीदने की इच्छुक थी। उन्होंने बताया कि ने वर्ष 2011 में प्रापर्टी डीलर शरद कुमार निवासी न्यू हैदरगंज चौक के जरिए पीजीआई कल्ली पश्चिम में जमीन खरीदी थी। उनके साथ उन्नाव निवासी राम आशीष और प्रयागराज निवासी अनिल कुमार ने भी प्लॉट लिया था। जिसकी रजिस्ट्री भी पीड़ितों के पक्ष में हो चुकी थी। कुछ वक्त पूर्व पता चला कि शरद कुमार ने दबंग दिव्यांशु शुक्ल की मदद से टुकड़ों में सोसाइटी की जमीन बेच दी। करीब 19 लोगों से आरोपियों ने 1,81,21,000 करोड़ रुपये जमीन के बदले लिए थे।
विभा ने बताया कि प्रापर्टी डीलर ने पूर्व में बेची गई जमीन के साथ नक्शे में दर्ज रास्ते की जमीन भी बेच दी है। आरोप है कि मार्च माह में दबंग दिव्यांशु शुक्ल, राम सिंह, अखिल दीक्षित, शिवम दीक्षित और शरद कुमार ने जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। जानकारी मिलने पर शरद का विरोध किया था। जिस पर आरोपी गाली गलौज
करते हुए धमकाने लगा। परेशान होकर पीड़ित विभा, राम आशीष और अनिल कुमार ने एडीसीपी पूर्वी से मुलाकात कर शिकायत की। शुरुआती जांच में आरोप सही मिलने पर पीजीआई पुलिस ने शरद, दिव्यांशु समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
●प्लाट के नाम पर इन लोगों से हुई ठगी।
पीडिता सुनीता सिंह को 4.77 लाख,
अनिल कुमार 6.84 लाख,पार्वती 6.50 लाख, दिव्यांशु 52.90 लाख,सुरेंद्र सिंह सोढ़ी 2 लाख, महेंद्र सिंह सोढ़ी 2.20 लाख, चंद्रप्रभा 2 लाख, पुष्पलता 2 लाख, प्रवीण 2 लाख, गीता 8 लाख, बृजभान सिंह 7 लाख, ज्योति गुप्ता 6.80 लाख, कमल शरण 36 लाख, विभा सिंह 6.50 लाख, संदीप सिंह 6.70 लाख, संदीप सिंह 4 लाख, रामचंद्र 8.50 लाख, राम खेलावन 9.50 लाख, रवि कुमार 4 लाख, राम आशीष 3 लाख को बेची गई थी।