बुधवार, 9 अक्तूबर 2024

अम्बेडकर नगर :क्षेत्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता मे छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा।।|Ambedkar Nagar:Girls showed their talent in the regional athletics competition.||

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अम्बेडकर नगर :
क्षेत्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता मे छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा।।
अनुशाषित जीवन का पाठ पढ़ाती है एथलेटिक्स : कप्तान सिंह।।
दो टूक : खेल जहाँ सर्वांगीण विकास के मुख्य निकष तो वहीं अनुशाषित जीवन का पाठ एथलेटिक्स पढ़ाती है।जिसके चलते विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना पनपती है,जो उनके भावी जीवन में सफलता की नींव होती है।
यह उद्गार माध्यमिक शिक्षा विभाग जनपद अम्बेडकर नगर के तत्वावधान में आयोजित क्षेत्रीय एथलेटिक्स व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के संयोजक प्रधानाचार्य कप्तान सिंह ने व्यक्त किया।
विस्तार:
दो दिवसीय माध्यमिक विद्यालय खेल प्रतियोगिता के द्वितीय दिवस उद्घाटन सत्र का प्रधानाचार्य कप्तान सिंह ने किया और प्रतिभागी छात्रों को संबोधित किया।
ज्ञातव्य है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग,अम्बेडकर नगर के तत्वावधान में जनपदीय एथलेटिक्स व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन आगामी 14,15 व 16 अक्टूबर को मालीपुर अंतर्गत मोतीलाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में किया जा रहा है।जिसमें जिले भर के माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 14 से 19 वय वर्ग के विद्यार्थियों में से कुशल खिलाड़ियों के चयन हेतु राजेसुलतानपुर क्षेत्र में आयोजित क्षेत्रीय चयन रैली का आज दूसरा और अंतिम दिन था।
  एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के दूसरे दिन आज कार्यक्रम की रंगारंग शुरुआत देवी सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य प्रेम नारायण सिंह व प्रधानाचार्य कप्तान सिंह तथा कैप्टन मंजू सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन सहित विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ।जिसका संचालन शैक्षिक महासंघ के मण्डलीय अध्यक्ष डॉ. उदयराज मिश्र व जनपदीय उपाध्यक्ष राजेश मिश्र ने समन्वित रूप से किया।
  दिलचस्प बात है कि कल की ही भाँति आज भी विभिन्न प्रकार की दौड़,प्रक्षेप व कूद की स्पर्धाओं में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज,तेंदुआइकला का बोलबाला रहा।आज आयोजित 6000 मीटर सीनियर संवर्ग बालक वर्ग में राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के अर्जुन प्रथम तो राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के छात्र राकेश व मो.अयान क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे।जबकि 6000 मीटर सीनियर संवर्ग बालिका वर्ग की दौड़ में राजकीय तेंदुआइकला की छात्रा अन्नू प्रथम तो मेजबान गांधी स्मारक की किरण पांडेय,गरिमा व प्रियांशु वर्मा क्रमशः द्वितीय,तृतीय व चतुर्थ स्थान पर रहीं।इसीप्रकार 1500 मीटर सीनियर संवर्ग बालक वर्ग की दौड़ में राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के अर्जुन प्रथम, पूरनपुर के श्रीराम द्वितीय व गाँधी स्मारक के इरफान तृतीय स्थान पर रहे जबकि 1500 मीटर बालिका सीनियर संवर्ग में भरतपुर की काजल निषाद प्रथम तथा गांधी स्मारक की प्रीति निषाद,साधना निषाद क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर रहीं।गौरतलब है कि 1500 मीटर जूनियर बालक वर्ग में गांधी स्मारक के अमित मौर्य प्रथम,भरत पुर के सूरज वर्मा द्वितीय व चंडीप्रसाद के ऋषिराज तृतीय रहे।गौरतलब है कि 200 मीटर सीनियर बालक में प्रथम व द्वितीय दोनों की स्थानों पर पूरनपुर तो तृतीय स्थान पर राजकीय बालिका जा कब्जा रहा।इसमें मनीष यादव प्रथम, श्रीराम द्वितीय तो रत्नेश तृतीय स्थान पर रहे।ध्यातव्य है कि 200 मीटर जूनियर बालक वर्ग की दौड़ में चितबहाल के हर्ष  ऑर्थम,राजकीय बालिका जे प्रिंस द्वितीय व भरतपुर के करण तृतीय रहे।मेजबान गाँधी स्मारक के सब जूनियर बालकों के वर्ग में शिवम यादव ने न केवल प्रथम स्थान प्राप्त किया बल्कि दौड़ को दो चक्कर पूर्व ही पूरी करके रिकार्ड बनाया।
  दौड़ की ही तरह बालिकाओं के सीनियर संवर्ग लंबी कूद में गांधी स्मारक की किरण पांडेय प्रथम,भरत पुर की काजल निषाद द्वितीय व यहीं की प्रतिभा वर्मा तृतीय रहीं।जबकि जूनियर वर्ग में अहिरौली की अंशिका प्रथम,भरतपुर की पूजा निषाद द्वितीय तथा पूरनपुर की आराधना तृतीय रहीं।इसके अलावा चक्र प्रक्षेपण,भाला प्रक्षेप व गोला प्रक्षेप की विभिन्न स्पर्धाओं में विद्यार्थियों ने पूरे मनोयोग से करतब दिखाए।
 कार्यक्रम के अंत में आयोजित समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रबन्धक सर्वेन्द्र वीर विक्रम सिंह ने विजेता प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए पात्रता जाँचपूर्ण होने पर प्रमाणपत्र से सम्मानित किए जाने की घोषणा करते हुए जनपदीय प्रतियोगिताओं में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद जताई।जबकि नोडल अधिकारी सुश्री विद्यावती ने विभाग द्वारा हरसम्भव सुविधाएं दिलवाने की प्रतिबद्धता दुहरायी।
  आज सम्पन्न क्रीड़ाओं में रितुजा वर्मा,शशिमौली तिवारी,मंजू सिंह,कामना राय,रामसेवक पांडेय,संजली यादव ,सुनील कुमार,पंकज कुमार,शक्ति सिंह,नीतू सिंह,रीना सिंह,अखिलेश सिंह,राघवेंद्र कुमार ,सुधीर शुक्ल सहित अनेक शिक्षकों ने महत्त्वपूर्ण योगदान देते हुए निर्णायक का दायित्व निर्वहन किया।