अम्बेडकर नगर :
कटेहरी में सवर्ण वोट बिखरे तो फिर बीजेपी के लिए मुश्किल होगी जीत।।
।।ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : अम्बेडकरनगर में कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में सियासत की उठापटक में कौन जीतेगा। ये तो 13 नवम्बर को वोटिंग के बाद तय होगा, लेकिन इस समय समीकरण को लेकर सियासी पारा काफी गरम है। बीजेपी ने ऐसे उम्मीदवार को कैंडिडेट बनाया, जो पिछले 20 साल से कटेहरी के मैदान से बाहर रहा।टिकट के दावेदार रहे सवर्ण उम्मीदवारों को दरकिनार कर दिया। ऐसे में अब कटेहरी से बीजेपी को कमल खिलाने की चुनौती होगी। वहीं दूसरी तरफ सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा पर परिवारवाद का आरोप है। ऐसा इसलिए है कि उनके पति सपा से सांसद। अब ऐसे में लोगों में इस सीट को लेकर बड़े घमासान की तरफ इशारा हो रहा है। इन सबके बीच इस चुनाव में सवर्ण वोट निर्णायक स्थिति में होंगे और वह जिस तरफ पलटेंगे जीत उसी पार्टी की होगी।कटेहरी में चुनाव में बीजेपी में बगावत की बू नजर आ रही है। ऐसा इसलिए हम कह सकते है कि कटेहरी से टिकट मांग रहे ब्राहमण समाज के कद्दावर नेता अवधेश द्विवेदी बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन में नहीं पंहुचे और उनके हजारों समर्थक सोशल मीडिया पर बगावती तेवर में नजर आ रहे है।इसके अलावा अवधेश ने 27 अक्टूबर को अपने गांव पर दीवाली मिलन समारोह आयोजित कर अपने सियासी ताकत दिखाने की पटकथा लिखनी शुरू कर दी है।अवधेश द्विवेदी की बात करें तो 2017 में बीजेपी के सिंबल पर और 2022 में निषाद पार्टी के सिंबल पर वह चुनाव लड़े, लेकिन सवर्ण वोटों में बिखराव में वह दोनों ही बार चुनाव हार गए। ऐसे में माना जा रहा है कि अवधेश द्विवेदी अगर बिदके तो बीजेपी की जीत की राह में रोड़ा बन सकते है।