शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2024

आजमगढ़ :श्रीराम कथा सुनकर आत्मसात करना ही सच्चा फल है : गौरप्रिया ||Azamgarh :The true fruit is in listening to the story of Shri Ram and internalizing it : Gaurpriya||

शेयर करें:
आजमगढ़ :
श्रीराम कथा सुनकर आत्मसात करना ही सच्चा फल है : गौरप्रिया ।।
 ।। सिद्धेश्वर पाण्डेय।।
दो टूक : आजमगढ़ क्षेत्र बाबा परमहंस जी न्यास ट्रस्ट के तत्वाधान मे रामलीला मैदान में आयोजित श्री राम कथा श्री धाम वृन्दावन से पधारी गौरप्रिया व्यास पीठ से श्री राम कथा के अमृत रस प्रवाह किया। उन्होंने नवरात्रि के नौ दिन नौ स्वरूप का भजन कथा के माध्यम से दर्शन कराया। वहीं महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित श्री रामायण, तुलसीदास जी की रचित श्री राम चरित मानस के गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि सत्संग, श्री राम कथा सुनकर जीवन में उतारना चाहिए। कान से सुन आत्मा तृप्त हो यही कथा का फल है। चौरासी लाख योनियों में भटकने के बाद यह मानव शरीर मिला है। उसके बाद भी  अगर आत्मा को प्रभु के बन्दन में न लगाया तो जीवन व्यर्थ है। जाति में नही सनातनी होने पर गर्व करे। अपने संगीतमयी कथा को भजन और कथा से श्रद्धालुओं में भक्ति भाव की अमृत बूंदों से वातावरण राममय हो उठा। इस अवसर पर राजेश मोदनवाल, संजीव बरनवाल, वेद प्रकाश गुप्ता,अजय जायसवाल चंचल प्रसाद,सुरेश गुप्ता, अतुल बरनवाल, ओंकार नाथ, सोहन जायसवाल, आदि श्रद्धालुओं सहित काफी संख्या में मातृ शक्तियां उपस्थित थी।